बेहद खतरनाक जगह लड़की ने गुदवाया टैटू, दर्द से चीखते ही छोड़ना पड़ा अधूरा
टैटू वाली लड़की (Girl with the tattoos), इसी पहचान की चाहत में मॉडल ने पूरे बदन और चेहरे पर 40 से ज्यादा टैटू बनवा लिए. छोटे से शहर ओखम से तालुल्क रखने वाली 23 साल की ऐमी ने (Aimee Smith, Oakham, East Midlands) खुद को अलग दिखाने के इस चक्कर में इतने टैटू (Tattoos) बनवा लिए की पहचान पाना मुश्किल हो गया था. एक बार उनके बच्चे भी उन्हें नहीं पहचान पाए और रो पड़े.
अब ऐमी शरीर के कुछ और हिस्सों पर टैटू बनवा रही हैं, इस दौरान उन्हें बहुत दर्द से गुज़रना पड़ा. वो कहती हैं चेहरे पर टैटू बनवाना इतना आसान नहीं होता. बहुत सेंसेटिव और नाजुक जगह होती है चेहरा. लेकिन नए अनुभव से ऐमी ने खुलासा किया कि टैटू के लिए सबसे दर्दनाक और नाजुक जगह चेहरा नहीं बल्कि कुछ और है. शरीर के उस हिस्से पर टैटू के लिए सुईयां चुभवाने में उनकी आंखं से आंसू निकल आए थे. लिहाज़ा इंक सेशन को बीच में ही रोकना पड़ा था.
इस हिस्से पर टैटू बनवाने में रो पड़ी मॉडल
टैटू थेरेपी को ऐमी बहुत एंजॉय करती हैं. फिर भी जब उन्होंने अपनी कॉलरबोन से लेकर ठुड्डी तक (Collarbone up to her chin) की जगह पर टैटू शुरु करवाया तो उनकी हालत खराब हो गई. वो एक असहनीय दर्द का वक्त था. शरीर के किसी भी हिस्से पर टैटू करवाते वक्त उन्हें ऐसा महसूस नहीं हुआ था. क्योंकि उस दौरान इन्हें सिर्फ आराम से बैठना होता था. तब वो बातचीत भी कर लेती थी, कुछ खा पी भी लेती थी.
मगर कॉलरबोन (Collarbone) के वक्त उन्हें खास तरह से गर्दन को खींचकर बैठना था इस दौरान न बोल सकती थी, न कुछ पी सकती थी. एक पोजिशन में बैठे-बैठे गर्दन अकड़ सी गई थी. यहां तक की थूक घोंटने तक की गुंजाइश नहीं थी. आलम ये हो गया कि एक वक्त बाद मेरी आंखों से आंसू निकल आए (Eeyes were watering) और मुझे टैटू पूरा होने से पहले ही सेशन बीच में रोकना पड़ गया (I had to stop).
फिर से लौट आया खोया हुआ आत्मविश्वास
ऐमी स्मिथ ने 40 टैटू बनवाए. 13 साल की उम्र में उन्होंने पहला टैटू बनवाया था. अपने सौतेले पिता (StepFather) को ट्रीब्यूट देने के लिए पैर पर हाथी का टैटू बनवाया. धीरे-धीरे टैटू लव पैर से चेहरे तक जा पहुंचा. ऐमी ने एक प्रयोग के तौर पर फेस टैटू बनवाया था. जिसे बच्चों और परिवार ने नापसंद कर दिया.
इस बात ने उनका कॉन्फिडेंस तोड़ दिया. मगर उन्हें राहत तब मिली जब शहर में लोग उन्हें उन्हें टैटू वाली लड़की (The Girl with the tattoos) कहकर संबोधित करते हैं. इस पहचान ने उन्हें वो विश्वास वापस दिलवाया जो वो चाहती थीं. अब वो अपने इस प्रयोग को सफल मानती हैं और खुश हैं