घर के बिस्तर पर रात में सोई महिला, 16 दिन बाद अस्पताल के बेड पर खुली आंख, भूली पिछले 20 सालों की बातें!
इंसान के लिए सबसे खौफनाक खयाल शायद यही होगा कि वो एक रात सोए और फिर कभी ना उठे. मगर इससे भी बुरी एक चीज हो सकती है जो इंग्लैंड की एक महिला (England Woman forgot 20 years of life) के साथ हुई.
वो रोज की ही तरह एक रात बिस्तर पर सोई, मगर उसकी नींद अगली सुबह नहीं, 16 दिन (Woman wakes up after 16 days) बाद खुली. पर उठने के बाद उसके साथ एक ऐसी चीज घटी कि उसकी दुनिया ही पुरी तरह से पलट गई. महिला के जहन से पिछले 20 सालों की सारी मेमोरी गायब हो चुकी थी.
बेशक आप ये पढ़कर दंग हो गए होंगे मगर ये वास्तविक घटना है जो एसेक्स (Essex, England) की रहने वाली 43 साल की पत्रकार क्लेयर मफेट रीके (Claire Muffett-Reece) के साथ घटी है. क्लेयर के 44 वर्षीय पति स्कॉट एक शॉप फिटिंग कंपनी चलाते हैं और उनके दो बेटे हैं, 11 साल का जैक और 9 साल का मैक्स.
यूं तो उनकी लाइफ पर्फेक्ट सी ही है मगर उन्हें एक गंभीर बीमारी है. क्लेय को इंसेफलाइटिस (encephalitis) था, जो वायरल के कारण होने वाली दिमागी बीमारी थी.
16 दिन बाद होश में आई महिला
पिछले साल जून में उनके बेटे को जुकाम हुआ जिससे उन्हें भी फैल गया. वो उस रात जल्दी सो गईं मगर जब अगली सुबह पति ने उठाने की कोशिश की तो उनकी नींद ही नहीं खुली. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया और डॉक्टर ने बताया कि उन्हें इंसेफलाइटिस का अटैक पड़ा है. एक अस्पताल से दूसरे में शिफ्ट करने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया.
न्यूरोलॉजिस्ट्स ने बताया कि बीमारी के कारण उनका ब्रेन सूज (Brain swelling due to encephalitis) गया है. उनके बचने की उम्मीद कम थी मगर चमत्कारी ढंग से उन्हें 16 दिन बाद होश आ ही गया. पर उससे भी बुरा होना उनके लिए बाकी था.
भूल चुकी थी पिछले 20 सालों की सारी बातें
जब क्लेयर होश में आईं तो पता चला कि वो पिछले 20 सालों की मेमोरी (woman lost 20 years of memory due to encephalitis) खो चुकी हैं. उन्होंने अपने उन रिश्तेदारों के बारे में पता किया जिनकी सालों पहले मौत हो चुकी है. उनके पति ने उन्हें एक-एक घटना के बारे में बताया जिसे सुनकर उन्हें धक्का लगा.
उन्हें जब बताया गया कि 3 महीने पहले उनके अंकल की कैंसर से डेथ हो गई, उनके एक अंकल पीटर की 7 साल पहले मौत हो गई और कजिन की साल 2018 में डेथ हुई तो वो फूट-फूट कर रोने लगीं जबकि इन तमाम लोगों के गुजरने का मातम वो पहले ही मना चुकी थीं. उन्होंने बताया कि उन्हें उनके बच्चे याद थे, मगर उन्हें ये नहीं याद था कि वो कब पैदा हुए, उनका जन्मदिन कब था या फिर उनके स्कूल का पहला दिन कैसा था और उन्हें क्या पसंद था और क्या नहीं. क्लेयर को ये भी नहीं याद था कि कोरोना ने दुनिया को अपने कब्जे में ले लिया है. हालांकि अब धीरे-धीरे क्लेयर इस दुख से उबर रही हैं कि उनकी याददाश्त चली गई है.