एर्दोगन बोले- जब तक तुर्की का राष्ट्रपति हूं तब तक नहीं करूंगा आतंकवाद समर्थक देशों को नाटो में शामिल करने का सपोर्ट
NATO bids:इस्तांबुल, एपी। तुर्की (Turkey) के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन (Recep Tayyip Erdogan) का कहना है कि फिनलैंड और स्वीडन को नाटो में शामिल करने के मसले पर उनके रुख में बदलाव नहीं आया है। वह अभी भी फिनलैंड और स्वीडन को नाटो में शामिल होने से रोकना चाहते हैं।
एर्दोगन ने यह भी कहा कि इस हफ्ते फिनलैंड और स्वीडन के प्रतिनिधिमंडलों के साथ हुई बैठकें अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहीं। तुर्की का कहना है कि उसकी सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
दैनिक अखबार हुर्रियत की रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार को अजरबैजान की यात्रा के बाद तुर्की (Turkey) के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन (Recep Tayyip Erdogan) ने अपने विमान में पत्रकारों से कहा कि जब तक वह तुर्की गणराज्य के प्रमुख हैं उन देशों को नाटो में शामिल करने का समर्थन नहीं कर सकते हैं जो आतंकवाद के समर्थक हैं।
एर्दोगन ने सीरिया में सीरियाई कुर्द प्रशासन के सदस्य सालिह मुस्लिम के साथ स्वीडन के सरकारी टेलीविजन पर के साक्षात्कार का भी जिक्र किया। यह इंटरव्यू ठीक उसी दिन हुआ था जिस दिन प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई थी।
एद्रोगन ने इस इंटरव्यू का हवाला देते हुए कहा कि स्वीडन सीरियाई कुर्द आतंकवादियों का समर्थन करता है। तुर्की इसे कुर्द समूह के विस्तार के रूप में देखता है। इस समूह ने 1984 से तुर्की के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया है।
राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन (Recep Tayyip Erdogan) ने कहा कि वे (Finland and Sweden) ईमानदार नहीं हैं। हमने उन देशों को अनुमति नहीं देने की कसम खाई है जो आतंकवादियों को पालते हैं।
एर्दोगन का यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका ने उम्मीद जताई है कि स्वीडन और फिनलैंड के नाटो में शामिल होने को लेकर तुर्की की आपत्तियों को जल्द ही दूर कर लिया जाएगा। सनद रहे अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन भी स्वीडन और फिनलैंड का साथ देने की बात कह चुके हैं।