Sahara India Refund Status : सहारा इंडिया के निवेशकों को कब मिलेगा रिफंड? सरकार ने लोकसभा में दी बड़ी जानकारी
Sahara India Refund : अगर आपका भी पैसा सहारा इंडिया में फंसा है तो आपके लिए यह बड़े काम की खबर है. सरकार ने लोकसभा में यह जानकारी दी है कि सहारा इंडिया में पैसा लगाने वालों की संख्या करोड़ों में है. केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने सोमवार को कहा कि सहारा समूह की विभिन्न इकाइयों में 1.12 लाख करोड़ रुपये के करीब 13 करोड़ निवेशक फंसे हुए हैं. केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी
कहां हैं निवेशकों के पैसे?
केंद्रीय मंत्री ने यह जानकारी देते हुए कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद और सहारा मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त जस्टिस बीएन अग्रवाल से सलाह मशविरा करने के बाद भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने निवेशकों को बताने वाले कई विज्ञापन दिए हैं. पैसे निकालने के लिए आवेदन की प्रक्रिया क्या है? सहारा की कई इकाइयों में करीब 13 करोड़ निवेशकों के 1.12 लाख करोड़ रुपये फंसे हुए हैं
सेबी ने लगाया जुर्माना
इससे पहले बाजार नियामक सेबी ने सहारा ग्रुप की दो कंपनियों सहारा कमोडिटी सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड और सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड को मंजूरी दी थी. सुब्रत रॉय और तीन अन्य पर 12 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया था. स्वेच्छा से पूर्ण परिवर्तनीय डिबेंचर जारी करने में नियामक मानदंडों के उल्लंघन के लिए 2008 और 2009 में जुर्माना लगाया गया था. इसके अलावा सहारा इंडिया परिवार के निवेशकों ने भी इस साल लगातार अलग-अलग जगहों पर अपने रिफंड को लेकर विरोध प्रदर्शन किया है. दरअसल सहारा में फंसे पैसे के रिफंड को लेकर देश के करोड़ों निवेशक परेशान हैं.
अब तक मिला कितना रिफंड?
सुप्रीम कोर्ट ने 31 अगस्त 2012 को आदेश दिया, जिसके बाद सहारा इंडिया ने निवेशकों से जमा 25,781.37 करोड़ रुपये की मूल राशि के खिलाफ 31 दिसंबर, 2021 तक ‘सेबी-सहारा रिफंड’ खाते में 15,503.69 करोड़ रुपये जमा किए हैं. वित्त राज्य मंत्री द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सेबी को कुल 81.70 करोड़ रुपये की मूलधन राशि के 53,642 मूल बांड प्रमाण पत्र/पासबुक से संबंधित 19,644 आवेदन प्राप्त हुए हैं. इनमें से सेबी ने 17,526 पात्र बांडधारकों को कुल 138.07 करोड़ रुपये के 48,326 मूल बांड प्रमाण पत्र / पासबुक वापस कर दिए हैं.