भारत नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रो में नकली बीज व सौन्दर्य प्रसाधन से पटा है बाजार
हिन्दमोर्चा न्यूज़ महराजगंज/ सोनौली.
भारत-नेपाल के सीमावर्ती गांव व कस्बों में खुलेआम नकली सौंदर्य प्रसाधन व बीज की बिक्री हो रही है। काली त्वचा को गोरा करने का प्रचार कर लोगों की त्वचा के साथ खिलवाड़ हो रहा है। दर्जनों लोग नकली नकली कॉस्मेटिक उत्पाद सेवन कर अपनी त्वचा में हुए तमाम प्रकार के रोग व संक्रमण से परेशान हैं। वहीं नकली बीज से किसान बर्बाद हो रहे हैं।
भगवानपुर ,खनुआ, हरदी डाली,सोनौली ,नौतनवां , सुंडी, चंडी थान गावो आदि ग्रामीण चौराहा पर दर्जनों ऐसी दुकानें हैं। जो नकली व मेड इन नेपाल सौंदर्य प्रसाधन खुलेआम बिक्री कर रही हैं। इन दुकानों पर मात्र 20 से 30 प्रतिशत व्यापारी ही रसीद के साथ असली सौंदर्य प्रसाधन की बिक्री कर रहे हैं। सीमाई गांवों हरदी डाली, रजिया घाट, खनुआ, कैथवलिया उर्फ बरगदही के दुकानों के अलावा सोनौली व नौतनवां कस्बा में चेहरे की सुंदरता बढ़ाने के नाम पर मोटी-मोटी रकम वसूलने वाले पार्लरों में भी नकली कॉस्मेटिक से काम चलाया जाता है.
ज्यादातर पार्लरों में ब्रांडेड के नाम पर नकली कॉस्मेटिक से ही ग्राहकों के फेशियल, क्लींजिंग, ब्लीच, पेडिक्योर, मेनिक्योर किए जा रहे हैं। बीते दिनों नौतनवां व सोनौली कस्बे में एसएसबी व एसडीएम की टीम द्वारा भारी मात्रा में मेड इन नेपाल व नकली क्रीम, पाउडर व अन्य सौन्दर्य प्रसाधन पकड़े जा चुके हैं।
नकली बीजों से पटे बाजार, ठगे जा रहे किसान.
सीमावर्ती क्षेत्र में धान के नकली बीज की धड़ल्ले से बिक्री की जा रही है। सीमावर्ती गांव खनुआ, हरदी डाली आराजी सरकार उर्फ बैरियहवा, कैथवलिया उर्फ बरगदही व शेष फरेंदा के ग्रामीण कृषि पर पूरी तरह निर्भर है। किसान धान के सीजन में धान की अच्छी उपज पाने की लालसा लेकर नामी-गिरामी कंपनी के बीच को महंगे दामों पर खरीदकर बेहन गिरा रहे हैं। ब्रांडेड कंपनी के बीजों की तरफ किसानों का आकर्षण देख मिलावट खोर पूरे क्षेत्र में सक्रिय हो गए हैं।
सामान्य धान को साफ और उसकी रंगाई करके ब्रांडेड कंपनी के पैकेटों में उसको भर दे रहे हैं और खुलेआम इसकी बिक्री कर रहे हैं। सीमाई बाजारों से नेपाल के भी किसान भारी मात्रा में धान का नया बीज ले जाते हैं। जिससे भारतीय क्षेत्र स्थापित दुकानों में ग्राहकों की भारी भीड़ उमड़ रही है। धान के बीज के साथ ही नकली खर पतवार नाशक दवा व नकली डीएपी भी खुलेआम बेची जा रही है।
किसान उमाशंकर, मोती, रामलाल, सहानी, सुग्रीव यादव, भोला यादव,धर्मात्मा, राजन्, दिनेश व राज नारायण आदि किसानों ने बताया कि धान रोपाई के लिए 23 मई एक बोरा नए धान का बेहन गिराया गया लेकिन अभी तक बेहन सही से जमा नहीं। एसडीएम दिनेश कुमार मिश्रा का कहना है कि नकली खाद-बीज बिक्री करने पर कार्रवाई की जाएगी।
हिन्दमोर्चा टीम महराजगंज