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जानवरों में फैलने लगा कोरोना वायरस, कुत्ते में मिले लक्षणों के बाद एक्सपर्ट ने जताई खतरे की आशंका!

कोरोना ने एक नहीं बल्कि तीन बार वापस आकर पूरी दुनिया में दहशत भर दी. तेजी से फैलने वाली ये बीमारी एक से दूसरे में फैलती है यही वजह है कि पूरी दुनिया को लॉकडाउन का सामना करना पड़ा. हर किसी ने इससे बचने के लिए हर ज़रूरी नियम का पालन कर खुद को बचाने की कोशिश की. मगर ज़रा सोचिए संक्रमण फैलाने वाली ये बीमारी अगर किसी ऐसे जीव में होने लगी जिसे नियम, कायदे समझाना और उसका पालन करवाना नामुमकिन हो तो क्या होगा.

ब्रिटेन के यॉर्कशायर (Yorkshire, Britain) में एक पालतू कुत्ते में कोरोनावायरस (Coronavirus) के लक्षण मिलने से एक्सपर्ट्स की चिंता बढ गई हैं. उनका मानना है कि अगर जानवरों में कोविड संक्रमण की तरह फैला तो पूरी दुनिया को एक बार फिर बड़ी तबाही का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.

कुत्तों को एक रहस्यमयी बीमारी तेज़ी से अपनी गिरफ्त में ले रही है. उनके लक्षणों को देखकर एक्सपर्ट्स का मानना है कि शायद इनकी बीमारी उस खतरे की आहत है जिसका उन्हें डर सता रहा है.

कुत्तों में कोरोना फैलने का बढ़ा खतरा

इंग्लैंड में कुत्तों में संक्रामक रोगों के चीफ़ एक्सपर्ट के मुताबिक पालतू जानवरों के बीच संक्रमण की अचानक आई लहर के पीछे खतरकार कोरोनावायरस (Coronavirus) हो सकता है. यॉर्कशायर लाइव की रिपोर्ट के अनुसार, यॉर्कशायर के समंदर किनारे जाने वाले जानवरों में रिपोर्ट किए गए मामलों में ऐसे लक्षण मिले हैं जिसमें पालतू डॉगी गंभीर रूप से बीमार पाए गए.

लिवरपूल विश्वविद्यालय (University of Liverpool) में पशु चिकित्सक प्रोफेसर एलन रेडफोर्ड (Prof. Alan Radford) कुत्तों में हो रही इस बीमारी की दर की जांच में जुटे हैं. प्रो एलन स्मॉल एनिमल वेटरनरी सर्विलांस नेटवर्क (SAVSNET) के नेतृत्व में एक एक्सपर्ट टीम के सदस्य हैं, जिन्होंने इस बारे में नए डेटा का खुलासा किया है. इसके अनुसार बीमार पालतू जानवरों की बढ़ती तादात के वजहों को इंगित कर सकता है.

रिसर्च के मुताबिक यॉर्कशायर में तीन हफ्तों के भीतर बीमारी के स्तर में अपेक्षा से अधिक बढोत्तरी हुई है जो बड़े संकट की ओर इशारा कर रहा है. एलन के मुताबिक इन हालातों पर गंभीरता से नज़र बनाए रखने की ज़रूरत है.

जानवरों से इंसानों में संक्रमण का खतरा नहीं!

इस बीच एक एक्सपर्ट ने एक राहत की उम्मीद जताई है, उनके मुताबिक संक्रमण की पहचान के लिए एक कैनाइन एंटरिक कोरोनावायरस (सीईसी) हो सकता है, CEC का SARS-CoV-2 से कोई संबंध नहीं है, ये वायरल जानवरों के मालिकों या उनके संपर्क में आए लोगों के लिए कोई खतरा पैदा नहीं कर सकता जो संक्रमित कुत्तों के संपर्क में आएंगे.

हालांकि अभी इसकी जांच अभी जारी है. कुत्तों में पाए गए वायरस की रिपोर्ट अब तक लीड्स और किर्कलीज़ (Leeds and Kirklees) में दर्ज हुई है. फिलहाल पालतू कुत्तों के मालिकों को पशु चिकित्सकों के संपर्क में रहने और जानवरों को अन्य जानवरों के संपर्क में आने से बचाने पर ध्यान देने के निर्देश दिए गए है

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