ऋषि सुनक का नाम क्यों चर्चा में- Election Of PM in Britain: इतना आसान नहीं है ब्रिटेन में PM बनना, जानें- भारत से किस तरह से भिन्न होती है इसकी पूरी प्रक्रिया
नई दिल्ली। Election Of PM in Britain: ब्रिटेन में प्रधानमंत्री पद की रेस रोचक मोड़ पर पहुंच गई है। भारतीय मूल के कंजर्वेटिव पार्टी के नेता ऋषि सुनक इस रेस में अपनी बढ़त बनाए हुए हैं। वह दूसरे राउंड के मतदान में विजयी हुए हैं। इसी के साथ अब प्रधानमंत्री की रेस में पांच प्रमुख चेहरे रह गए हैं। भारतीय मूल की सुएला ब्रेवमैन भी इस रेस से बाहर हो गई हैं। ब्रिटेन की तरह से भारत में भी संसदीय व्यवस्था है, लेकिन वहां प्रधानमंत्री का चुनाव इतना आसान नहीं होता। आइए जानते हैं कि ब्रिटेन में प्रधानमंत्री पद का चुनाव कैसे होता है? इसकी क्या प्रक्रिया है? ऋषि सुनक का नाम क्यों चर्चा में है?
आखिर कैसे होता है यूके में पीएम का चुनाव
1- विदेश मामलों के जानकार प्रो हर्ष वी पंत का कहना है कि दरअसल, यह चुनाव प्रधानमंत्री पद का न होकर पार्टी नेता का चुनाव है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव के जरिए यह तय होता है कि कंजर्वेटिव पार्टी का नेता कौन होगा। इस रेस में कई दावेदार सामने आते हैं। ऐसे में चुनाव के जरिए तय किया जाता है कि पार्टी को किसका समर्थन सबसे ज्यादा है। उन्होंने कहा कि भारत के विपरीत ब्रिटेन में पार्टी नेता का चुनाव मतदान के जरिए होता है।
कंजर्वेटिव पार्टी का नेता ही अंत में प्रधानमंत्री पद धारण करेगा। उन्होंने कहा कि भारत में आम चुनाव के बाद सदन में बहुमत प्राप्त दल का नेता ही प्रधानमंत्री बनता है, लेकिन उसके चुनाव की प्रक्रिया इतनी जटिल नहीं होती है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में भी संसदीय व्यवस्था है, लेकिन वहां सत्ताधारी पार्टी नेता का चुनाव काफी जटिल है। उसे कई बाधाओं को पार करना पड़ता है। उसे पार्टी सांसदों का ही नहीं, बल्कि कार्यकर्ताओं का भी समर्थन हासिल करना होता है।
2- ब्रिटेन की सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद पार्टी नेता के चुनाव के लिए मतदान कर रहे हैं। अभी दो दौर की वोटिंग हुई है। कंजर्वेटिव पार्टी के पास 358 सांसद हैं। ये सांसद आगे के दौर के लिए मतदान करेंगे। ये मतदान की प्रक्रिया तब तक होगी जब तक पार्टी के नेतृत्व के लिए दो उम्मीदवार न रह जाएं। इसके बाद आगे के चरणों की वोटिंग होगी। इसमें सांसद बचे हुए प्रत्याशियों के लिए मतदान करेंगे। यह मतदान अगले पांच दिन में संपन्न होगा। हर बार सबसे कम वोट पाने वाला उम्मीदवार बाहर होते चले जाएंगे। यह उम्मीद की जा रही है कि 21 जुलाई तक यह प्रक्रिया संपन्न हो जाएगी।
3- कंजर्वेटिव पार्टी के नेता के लिए जब सिफ दो प्रत्याशी रह जाएंगे तब दोनों उम्मीदवार देशभर में जाकर पार्टी के सदस्यों से वोट मांगेंगे। दोनों प्रत्याशियों में जो भी पार्टी का नेता बनेगा वहीं देश का प्रधानमंत्री होगा। वह बोरिस जानसन की जगह लेगा। पांच सितंबर को कंजर्वेटिव पार्टी और ब्रिटेन के पीएम का ऐलान किया जाएगा। कंजर्वेटिव पार्टी के देशभर में दो लाख कार्यकर्ता हैं। इस चुनाव में प्रत्याशी अपने चुनाव प्रचार के लिए तीन लाख पाउंड खर्च कर सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की तरह ब्रिटेन में भी पीएम पद का प्रत्याशी जनता के समक्ष बहस करते है ओर अपना एजेंडा बताते हैं।
ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए PM की रेस में सबसे आगे
बोरिस जानसन की सरकार में वित्त मंत्री रहे ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री की रेस में सबसे आगे हैं। कंजर्वेटिव पार्टी के सांसदों की वोटिंग के दूसरे दौर में भी उन्हें सबसे ज्यादा वोट मिले। उन्हें सर्वाधिक 101 सांसदों ने वोट दिया। उनके बाद पेनी मोडोर्ट 83 वोट के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। उधर, अटार्नी जनरल सुएला ब्रेवरमैन को सबसे कम 27 मत प्राप्त हुए, वह प्रधानमंत्री की रेस से बाहर हो गए हैं। इससे पहले बोरिस जानसन को पार्टी के नेता और ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रूप में बदलने की प्रक्रिया में कंजर्वेटिव सांसदों के बीच मतदान का दूसरा दौर शुरू हुआ।
ऋषि सुनक ने पहले दौर की वोटिंग में सर्वाधिक वोट पाए थे। उन्हें 88 वोट मिले थे। पहले दौर की वोटिंग में पूर्व विदेश मंत्री जेरेमी हंट को सबसे कम 30 वोट मिले और वो भी रेस से बाहर हो चुके हैं। गौरतलब है कि पीएम की रेस में अभी 6 उम्मीदवार बचे हैं। हर दौर की वोटिंग के साथ एक उम्मीदवार सबसे कम वोटिंग के साथ रेस से बाहर होगा और आखिर में दो उम्मीदवार बचेंगे। जिनमें से देश का नया पीएम चुना जाएगा।