आजम खान पर भड़के ओमप्रकाश राजभर, कहा – ‘धूप में न खड़ा होता तो सपा को इतनी भी सीटें नहीं मिलतीं’
गाजीपुर। सुभासपा और सपा के बीच चल रही रस्साकसी का दौर आगे बढ़ता नजर आ रहा है। आजमखान के ओमप्रकाश राजभर पर दिए बयान पर जागरण को सुभासपा प्रमुख ने बताया कि रामपुर-आजमगढ़ के उपचुनाव में दिख गया कि आजम खां का कोई प्रभाव नहीं है।
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने सपा नेता आजम खां के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर वह धूप में खड़े नहीं होते तो विधानसभा चुनाव में सपा को इतनी भी सीटें नहीं मिलती। आजम खां को खुद अपने प्रभाव को देखना चाहिए कि रामपुर व आजमगढ़ के उपचुनाव में उनके प्रचार के बावजूद मुस्लिम समाज ने सपा को वोट नहीं दिया, जिससे सपा को हार का मुंह देखना पड़ा। अगर सुभासपा नहीं होती तो सपा की और करारी हार हुई होती।
सपा नेता आजम खान के बयान कि ओमप्रकाश राजभर को कभी धूप में खड़ा नहीं देखा है। अखिलेश यादव के बारे में उन्हें झूठ नहीं बोलना चाहिए। इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सुभासपा अध्यक्ष ने कहा कि बिना संगठन मजबूती के कोई चुनाव नहीं जीत सकता है।
संगठन तभी मजबूत होगा, जब लखनऊ के वातानुकूलित कमरे की राजनीति को छोड़कर बूथ व मंडल स्तर पर काम किया जाए। आज भी वह अपने बयान पर कायम है कि सपा मुखिया अखिलेश यादव के लखनऊ की राजनीति करने से ही सपा का बूथ व मंडल स्तर पर संगठन मजबूत नहीं हुआ है, जिसका नतीजा सामने है।
अगर अखिलेश यादव लखनऊ से निकले होते तो परिणाम सपा के पक्ष में होता। उन्होंने कहा कि आजम खां का अपने वोटरों में कितना प्रभाव है यह रामपुर व आजमगढ़ के उपचुनाव में देखने को मिल गया है। आजमगढ़ में चुनाव प्रचार करने आए थे। बावजूद इसके मुस्लिमों का वोट बसपा प्रत्याशी गुड्डू जमाली को चला गया। राजभर ने कहा कि उन्होंने तपती दोपहरी में 45 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच एक दिन में 14 से 15 जनसभाएं की। सुभासपा साथ नहीं होते और वह खुद प्रचार नहीं करते तो सपा प्रत्याशी तीसरे नंबर पर होते।