स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद भाजपा के 3 और विधायकों ने पार्टी छोड़ी, रोशनलाल वर्मा साइकिल पर हुए सवार
लखनऊ : यूपी चुनाव से ठीक पहले स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफ के बाद तीन और विधायकों ने पार्टी छोड़ दी है। कानपुर देहात से भाजपा विधायक भगवती सिंह सागर और बांदा के तिंदवारी से भाजपा विधायक ब्रजेश प्रजापति ने भी भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। शाहजहांपुर से तिलहर विधायक रोशनलाल वर्मा भी भाजपा छोड़कर साइकिल पर सवार हो गए हैं।
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे की खबर के बाद भगवती सिंह सागर, ब्रजेश प्रजापति समेत कई विधायकों ने स्वामी प्रसाद मौर्य के आवास पर डेरा जमा रखा है। रोशनलाल वर्मा ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली है। उधर अन्य विधायकों के भी समाजवादी पार्टी के साथ जाने की चर्चा चल रही है।
तिंदवारी विधायक बृजेश कुमार प्रजापति के पीआरओ मनोज कुमार ने मंगलवार को बताया, तिंदवारी विधायक बृजेश प्रजापति ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से आज इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने बताया कि प्रजापति ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को अपना इस्तीफा भेजा है। प्रजापति ने 2012 का चुनाव बसपा के टिकट पर लड़ा था, लेकिन हार गए थे। वह 2017 के विधानसभा चुनाव के पहले मौर्य के साथ ही बसपा से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए थे।
शाहजहांपुर से मिली सूचना के अनुसार, रोशन लाल वर्मा ने भाजपा पर दलितों, पिछड़ों और वंचितों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए त्यागपत्र दिया है। वर्मा ने कहा, मैंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है। मैं स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ रहूंगा। उन्होंने कहा, हम लोगों की शिकायतें उठाते थे तो उन्हें नहीं सुना जाता था, हमें नहीं सुना जाता था।
हमने मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से शिकायत की लेकिन कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा, मैं सपा में शामिल हो रहा हूं। वर्मा ने कहा, भाजपा नीत सरकार में दलित व पिछड़े अल्पसंख्यक कमजोर लोगों की लगातार उपेक्षा हो रही थी।
बेरोजगारी बढ़ी है। वर्मा ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार दिखा रही है कि रोजगार दिए गए हैं जबकि यह सब फर्जी है, इसी से क्षुब्ध होकर उन्होंने पार्टी छोड़कर सपा का दामन थामा है।
चार और विधायक छोड़ सकते हैं भाजपा!
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शुरू हुए इस्तीफे का दौर अब बढ़ता जा रहा है। स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद तीन और विधायकों के पार्टी छोड़ने के बाद कई और विधायकों के नाम चर्चा में आए हैं जो पार्टी छोड़ सकते हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा के चार और ऐसे विधायक हैं जो पार्टी छोड़ सकते हैं। इनमें ममतेश शाक्य, विनय शाक्य, धर्मेन्द्र शाक्य ओर नीरज मौर्य का नाम चल रहा है। हालांकि अभी इन नामों पर पूरी तरह पुष्टि नहीं हो पाई है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने राज्यपाल को भेजा इस्तीफा
योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पत्र लिखकर यह जानकारी दी। मौर्य ने उपराज्यपाल को लिखे अपने पत्र में कहा, महोदय, माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन एवं समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों और विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया हैl
लेकिन दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण यूपी के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं। वर्ष 2017 में विधानसभा चुनाव से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का साथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए थे