सपा नेता रुबीना खानम पर गिरी गाज, अखिलेश यादव के आदेश के बाद महिला महानगर अध्यक्ष पद से हटाई गईं
अलीगढ़. समाजवादी पार्टी की अलीगढ़ महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम को बिना अनुमति बयानबाजी करना भारी पड़ा है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव की स्वीकृति से यूपी प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने उनको समाजवादी महिला महानगर अध्यक्ष पद से पदमुक्त कर दिया है. सपा ने अपनी बयानबाजी के मशहूर रुबीना खानम पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाया गया है.
बहरहाल, अलीगढ़ की महिला महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम ने हाल ही में वीडियो जारी कर ज्ञानवापी मस्जिद मसले पर बयान दिया था. उन्होंने कहा,’हिन्दू पक्ष ये दावा कर रहा है कि प्राचीन काल में यहां मंदिर था. किसी शासक ने बल पूर्वक मंदिर तोड़कर यहां मस्जिद बनाई थी. इस दावे के बाद हमारे धर्म गुरुओं और उलेमाओं को इस बात को समझना चाहिए कि अगर यह बात साबित हो जाती है कि प्राचीन काल में वहां पर मंदिर था, तो किसी भी कब्जा की हुई जमीन पर हमारे इस्लाम में नमाज पढ़ना हराम है.
अगर यह बात साबित हो जाता है कि वहां पर मंदिर रहा है तो हमारे उलेमा और धर्मगुरु हिन्दू पक्ष को वह जगह वापस कर दें. इसके साथ उन्होंने हिंदू पक्ष से भी कहा कि इसकी पूरी निष्पक्षता से जांच करा ली जाए. अगर वहां पर मंदिर होने का दावा गलत निकलता है तो हिन्दू पक्ष को भी शांति से अपना दावा छोड़ना होगा.
लाउडस्पीकर विवाद पर कही थी ये बात
इससे पहले रुबीना खानम ने लाउडस्पीकर विवाद पर टिप्पणी की थी. अगर हिंदू अलीगढ़ शहर के 21 चौराहों पर लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा पढ़ेंगे, तो मंदिरों के सामने सैकड़ों मुस्लिम महिलाएं कुरान पढ़ेंगी. इसके साथ उन्होंने कहा था कि मुस्लिम धर्म को टारगेट कर मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर उतरवाने की कोशिश ना करें, इसका अंजाम ठीक नहीं होगा. रमजान के वक्त हमारे धर्म में अड़ंगा लगा रखा है.
इस मामले में सपा नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी. हालांकि उन्होंने कहा था कि मेरे ऊपर बिल्कुल गलत मुकदमा दर्ज हुआ है. मैंने कोई ऐसी बात नहीं कही है. हर इंसान को अपनी बात रखने का हक है. इस देश के अंदर लोकतंत्र है और हर धर्म के लोगों को अपनी-अपनी बात रखने का हक है.