रोडशो में नहीं पहुंच सकीं प्रियंका गांधी, अफवाहों को लेकर जिला प्रशासन ने चेताया
यूपी में विधानसभा चुनाव के प्रचार का शोर खत्म हो चुका है। प्रचार खत्म होने से पहले वाराणसी में कांग्रेस ने दम दिखाने की तैयारी की थी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का रोडशो आयोजित किया गया था। लेकिन अंतिम समय में प्रियंका रोडशो में नहीं पहुंच सकीं।
सोशल मीडिया पर इसे लेकर तरह तरह की चर्चाएं चलने लगीं तो जिला प्रशासन की तरफ से एक स्पष्टीकरण जारी हुआ और अफवाहों को लेकर लोगों को चेताया गया। उधर, कांग्रेस का कहना है कि तीन बजे से रोडशो की अनुमति मांगी गई थी, लेकिन जिला प्रशासन एक बजे से दे रहा था। उस समय प्रियंका जौनपुर में ही रोडशो कर रही थीं।
बताया जा रहा है कि शुक्रवार को पीएम मोदी और अखिलेश यादव का रोडशो होने के बाद प्रियंका गांधी का भी रोडशो आयोजित करने का कार्यक्रम आननफानन बना। इसके लिए प्रशासन से अनुमति मांगी गई। कांग्रेस की तरफ से मीडिया को बताया गया कि शनिवार की दोपहर एक बजे से प्रियंका गांधी लंका से गोदौलिया तक रोडशो करेंगे।
कांग्रेसियों ने इसकी तैयारियां भी शुरू कर दीं। बड़ी संख्या में कांग्रेसी पहुंच भी गए। इसी बीच सूचना आई कि रोडशो अब तीन बजे से होगा। तीन बजे भी प्रियंका नहीं आईं तो वाराणसी कैंट से प्रत्याशी राजेश मिश्रा ने खुद ही रोडशो का शुभारंभ कर दिया। इसी बीच सोशल मीडिया पर तरह तरह की चर्चा होने लगी तो जिला प्रशासन की तरफ से जिला निर्वाचन अधिकारी ने अपनी तरफ से स्पष्टीकरण जारी किया।
जिला निर्वाचन अधिकारी की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि प्रियंका गांधी का हेलिकॉप्टर पीएसी ग्राउंड रामनगर में उतरने के लिए अनुमति शनिवार की ही सुबह 10 बजे मांगी गई। बेहद कम समय में ही रिपोर्ट हासिल करने के बाद दोपहर 12 बजे कैंट विधानसभा के एआरओ ने ऑनलाइन अनुमति जारी कर दी।
हेलीकाप्टर को एक बजे दोपहर उतारना था लेकिन अनुमति मिलने के बाद भी नहीं आया। नियमतः हेलीकॉप्टर की अनुमति 24 घंटे पहले अप्लाई होनी चाहिए फिर भी समय से इसे जारी कर दिया गया था। पूरे प्रचार के दौरान एक भी हेलीकॉप्टर की अनुमति को निरस्त नहीं किया गया। अनुमति ना देने की बात गलत है, कोई भी इस बारे में अफवाह ना चलाये।