उत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल कार्यालय हजरत बना भ्रस्टाचारियो का अड्डा
इस काले कारनामें में लिप्त लोगों में नाजायज धन कमाने की रहती है होड़
नाजायज कमाई के जरिए क ईयों ने बनायी है करोङो की संपत्ति
लखन्ऊ / उत्तर रेलवे लखन्ऊ मंडल कार्यालय में एक ऐसा विभाग है जो पूरे लखनऊ मंडल में पैसों की खान बताया जाता है और इसके लिए अधिकारी एवं कर्मचारी मुंह मांगी रकम खर्च करके मैकेनिकल विभाग ओ एंड एफ में नियुक्ति पाते हैं और वर्षो में ही न्ई न्ई मंहगी गाङियों और आलीशान मकान के मालिक हो जाते हैं बस केवल यूनियन के नेता और बङौदा हाऊस के अधिकारी मेहरबान हो जायें।
देखिए रेल मंत्री जी आप के रेलवे अधिकारियों की कर्तव्यनिष्ठा कि ये इतने मनबढ हो गये हैं कि रेलवे बोर्ड एवं रेल मंत्री के आदेशों को पैर तले रख देते हैं।
आईए आपको बताते चलें कि यहां कौन सा ऐसा मंत्र है जो अच्छे अच्छे लोगों को नत मस्तक कर देता है और एक वर्ष में ही लक्ष्मी जी की कृपा बरसने लगती है।
मिली जानकारी के अनुसार लखन्ऊ मंडल कार्यालय में एक ऐसा अधिकारी विगत क्ई वर्षो से विराजमान है जिसके लगभग आधा दर्जन चहेते मुख्य लोको निरीक्षक माल खा खा कर काफी मोटे हो गये हैं जिनमें एक है अजय कुमार गोंङ इसका वेतन लगभग 150000-लाख बताया जाता है और इसका कार्य केवल टेन्डर वाली सीट पर कार्य करना है जहां पूरे लखनऊ मंडल में जो ठेका उठता है वह इसी की मेहरबानी से सारा कार्य होता है।
और इसकी मेहरबानी से मैकेनिकल विभाग का अधिकारी भी काफी मेहरबान है और एक चर्चित यूनियन के नेता का भी मेहरबानी देखी जा रही है क्योंकि कार्मिक विभाग जो रोटेशन की चिटठी निकाली जाती है तो उसको ये नजर न्दाज करके कागजी खाना पूरी कर देते हैं ।
बताया जाता है कुछ ऐसे कर्मचारी लगे हैं जो एक दशक से अधिक समय हो चुका है बताया जाता है कि उक्त अधिकारी ने मीडिया में खबर छपने के बावजूद भी इसको अप्रत्यक्ष रुप से दूसरी सीट पर लगा रखा है लेकिन टेन्डर बिल इसी के मेहरबानी से पास होता है।
बताया जाता है करोङों का टेन्डर पूरे लखनऊ मंडल में हर वर्ष होता है जिससे इस सीट पर वही सी एल आई लगता है जो साहब को खुश रख सके। इ सके अलावा लगभग आधा दर्जन मुख्य लोको निरीक्षक आफिस में बैठकर ही माईलेज ले रहे हैं यानी कि दीपक तले अँधेरा।