UPTET Exam: टीईटी परीक्षा में नकल कराने का लिया था ठेका, भारी भरकम रुपयों के साथ 22 लोग गिरफ्तार
आजमगढ़. उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले (Azamgarh News) में हाल ही में संपन्न हुई टीईटी परीक्षा (UPTET 2022) में नकल कराने का ठेका लेने के आरोप में पुलिस ने डीआईओएस कार्यालय (DIOS office) के एक लिपिक सहित कई विद्यालयों के प्रबंधकों को भारी भरकम रुपयों के साथ गिरफ्तार किया है.
मामला उजागर होने पर जिलाधिकारी ने एडीएम प्रशासन से जांच करवाई, जिसमें डीआईओएस की भी संलिप्तता पाई गई है. मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने डीआईओएस के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन और चुनाव आयोग को रिपोर्ट भेज दी है.
बताते चलें कि जिले में 23 जनवरी को टीईटी परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें परीक्षा को पास कर शिक्षक बनने की चाह रखने वालों ने नकल माफियाओं से संपर्क किया और उन्हें ठेका दे दिया. परीक्षा से पहले ही रामपुर जिला सहित अन्य क्षेत्रों के नकल माफिया जिले में सक्रिय हो गए और स्कूल के प्रबंधकों से साठगांठ करके नकल कराने की रणनीति तैयार कर ली.
उधर, नकल माफियाओं की सक्रियता का इनपुट एसपी अनुराग आर्य को हुई तो वे पुलिस टीम लगाकर 23 जनवरी की सुबह से ही शहर के होटल और लॉज में ठहरे आरोपियों को उठाने लगे. परीक्षा समाप्त होने के दूसरे दिन ही पुलिस ने 22 आरोपियों को गिरफ्तार कर इनके पास से 2.70 लाख रुपये नगद, 48.50 लाख रुपये का चेक, दो लग्जरी कार और नकल माफियाओं के संबंध में लिखे गए महत्वपूर्ण नोट्स वाली डायरी बरामद की. गिरफ्तार आरोपियों में डीआईओएस कार्यालय में तैनात लिपिक और कई विद्यालयों के प्रबंधक भी शामिल हैं.
पुलिस के खुलासे के बाद जिलाधिकारी ने पूरे मामले की जांच एडीएम प्रशासन अनिल कुमार मिश्रा से करवाई. एडीएम की जांच में जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) भी दोषी पाए गए. एडीएम की रिपोर्ट पर डीएम ने डीआईओएस के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन और चुनाव आयोग को पत्र भेजा है.
आजमगढ़ के जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी ने बताया कि टीईटी परीक्षा में नकल कराने के आरोप में डीआईओएस कार्यालय का एक कर्मचारी गिरफ्तार होने पर एडीएम से पूरे मामले की जांच कराई गई. इसमें जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) की भी भूमिका संदिग्ध पाए जाने पर इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन और चुनाव आयोग को पत्र लिखा गया है.