UP: पूर्वी उत्तर प्रदेश में आलू की खेती को बढ़ावा देगी योगी सरकार, उठाया ये बड़ा कदम
लखनऊ. योगी आदित्यनाथ सरकार पूर्वी उत्तर प्रदेश में आलू की खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रभावी कदम उठाते हुए कुशीनगर में आलू उत्कृष्टता केंद्र की शुरुआत करेगी. राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि सरकार पूर्वी उत्तर प्रदेश में आलू की खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रभावशाली कदम उठाने जा रही है. इसी के तहत कुशीनगर के कसया क्षेत्र में आलू उत्कृष्टता केंद्र की शुरुआत की जाएगी. इसका लाभ किसानों को मिलेगा और उत्पादन बढ़ने के साथ ही उनकी आय भी बढ़ेगी.
राज्य सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक, इस केंद्र के प्रशासनिक भवन का शिलान्यास जल्द किया जाएगा. इसे सरकार ने अपनी 100 दिन की कार्ययोजना में शामिल किया है. इससे किसानों को उच्च गुणवत्ता का बीज आसानी से उपलब्ध हो सकेगा.
किसानों को आलू की खेती की नई तकनीक के बारे में जानकारी मिलेगी
प्रवक्ता ने यह भी बताया कि इस केंद्र में आलू की गुणवत्ता, औद्योगिक प्रयोग के लिए बेहतर किस्म और नई प्रजातियों की खोज और उन्नत बीज संबंधी शोध किया जाएगा. साथ ही आलू के फसल में लगने वाली बीमारियों से बचाने के लिए योजनाएं भी बनाई जा सकेंगी.
इसके साथ ही आलू उत्कृष्टता केंद्र में किसानों को आलू की खेती की नई तकनीक के बारे में जानकारी मिल सकेगी. साथ ही समय-समय पर कार्यशालाओं का आयोजन होगा, जिसमें कृषि विशेषज्ञ से किसान अपनी समस्या पर चर्चा कर सकेंगे और उसका समाधान प्राप्त कर सकेंगे. बता दें कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में आलू की खेती बहुत कम मात्रा होती है, लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों को आलू की खेती का गढ़ माना जाता है.
बता दें कि इससे पहले योगी सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए राज्य में विकासखंडवार 825 एफपीओ स्थापित करने का ऐलान कर चुकी है. सरकार के इस कदम से किसानों को उनकी फसल का और बेहतर मूल्य मिलेगा, तो बिचौलियों के जाल से मुक्ति मिल सकेगी. इसके लिए 354.75 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है. वहीं, यूपी के 4 लाख किसानों को लाभ पहुंचेगा. संगठित खेती करने से किसानों को उनके उपज की और बेहतर कीमत मिल सकेगी. प्रदेश सरकार 100 दिनों में हर विकासखंड के लिए विशेष फसल का चयन करने जा रही है, जिसकी खेती को बढ़ावा दिया जाएगा.