Uttar Pradesh

UP News: मेडिकल कॉलेज की मान्यता के लिए दिहाड़ी पर ले आए मरीज, बंधक बनाकर हो रहा था इलाज

लखनऊ. राजधानी लखनऊ (Lucknow) के डॉ एमसी सक्सेना कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज (Dr MC Saxena College of Medical Science) में मेडिकल कॉउंसिल ऑफ़ इंडिया से मान्यता लेने के लिए फ़िल्मी स्टाइल में लेबर अड्डे से मजदूरों को 500 रुपये की दिहाड़ी पर लाकर मरीज बनाया गया.

इतना ही नहीं दिहाड़ी के नाम पर मरीज बने 120 मजदूरों को बंधक बनाकर उनका गलत तरीके से इलाज भी किया जा रहा था. इसकी शिकायत जब पुलिस से की गई तो मौके पर पहुंची पुलिस ने मजदूरों को मुक्त कराया. पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर कॉलेज के प्रशासनिक हेड डॉ शेखर सक्सेना को गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस के मुताबिक अंशु कुमार नाम के एक मजदूर ने शिकायत की थी कि डॉ एमसी सक्सेना कॉलेज में दिहाड़ी के नाम पर अलग-अलग स्थानों से मजदूरों को लाकर उन्हें मरीज बनाया गया है. इतना ही नहीं उनको दवाई और इंजेक्शन भी दी जा रही है. इसके बाद मौके पर जब पुलिस पहुंची तो उन मजदूरों को मुक्त कराया. साथ ही मामले एफआईआर दर्ज करते हुए कॉलेज में एडमिनिस्ट्रेटिव हेड डॉ शेखर सक्सेना को गिरफ्तार किया.

सभी मजदूरों का टीबी अस्पताल में मेडिकल भी कराया गया. सीएमओ ने बताया कि सभी का गलत तरीके से इलाज किया जा रहा था. यह पूरी तरह गलत है.

मेडिकल कॉलेज की मान्यता लेने के लिए यह धांधली की गई

आशंका जताई जा रही है कि मेडिकल कॉलेज की मान्यता लेने के लिए यह धांधली की गई. जल्द ही एमसीआई की टीम मेडिकल कॉलेज के निरीक्षण पर आने वाली थी. जिसकी वजह से लेबर अड्डे से मजदूरों को लाकर मरीज़ बनाया गया. मरीज बनाए गए मज़दूरों को एक दिन का 500 रुपया दिया जाता था. मरीज बने मज़दूरों का इलाज साबित करने के लिए दवाई और इंजेक्शन भी दिए जाते थे.

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