UP Elections-उत्तर प्रदेश में 11 जिलों की 58 सीटों के लिए नामांकन कल से, इन बातों का रखना होगा ध्यान
गाजियाबाद. उत्तर प्रदेश में पहले चरण में होने वाली नामांकन प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू हो रही है. इसके तहत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 58 सीटों के लिए नामांकन किया जाएगा. प्रक्रिया के लिए सभी जिला मुख्यालयों में तैयारी पूरी कर ली गई है.
अधिकारियों को विधानसभावार जिम्मेदारी सौंप दी गई है. पहली बार ऐसा चुनाव होगा जिसमें बगैर जुलूस के उम्मीदवार नामांकन करने पहुंचेंगे. इसके अलावा अन्य कई तरह के बदलाव किए गए हैं. उम्मीदवारों को इन बदलाव का ध्यान रखना होगा.
पहले चरण के लिए 14 जनवरी से नामंकन प्रक्रिया शुरू होगी. नामांकन की अंतिम तिथि 21 जनवरी है और नाम वापसी की तिथि 27 जनवरी है. सबसे पहला बदलाव यही है कि उम्मीदवार नामांकन में लाव-लश्कर लेकर नहीं जाएगा. इससे कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है. इसके अलावा कोरोना प्रोटोकॉल के तहत प्रत्येक उम्मीदवार केवल दो समर्थकों के साथ ही नामांकन कक्ष में जाएगा.
एक उम्मीदवार के बाहर जाने के बाद ही दूसरे को अंदर प्रवेश मिलेगा.प्रत्येक कक्ष में एक वीडियोग्राफर भी रहेगा, जो पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करेगा. बाहर परिसर में चार वीडियोग्राफर रहेंगे. सुरक्षा व्यवस्था और कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखकर तीन स्तर पर बैरिकेडिंग की गई है. चुनाव प्रचार के लिए ऐप से उम्मीदवारों को अनुमति लेनी होगी. इसके अलावा निर्दलीय उम्मीदवार को 10 प्रस्तावक चाहिए.
इन जिलों में नामांकन प्रक्रिया कल से
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, हापुड़, गाजियाबाद, बुलंदशहर, मथुरा, आगरा और अलीगढ़ जिलों की 58 सीटों पर कल से नामांकन शुरू हो रहे हैं. यहां पर चुनाव पहले चरण में यानी 10 फरवरी को होगा.
गाजियाबाद में तैयारी पूरी
गाजियाबाद जिले के निर्वाचन अधिकारी आरके सिंह ने बताया कि नामांकन को लेकर जिला निर्वाचन कार्यालय में तैयारी पूरी कर ली गई हैं. जिला मुख्यालय परिसर में बेरिकेटिंग लग गई है. कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार नामांकन प्रक्रिया के लिए सख्ती की गई है.
प्रत्याशी 15 जनवरी तक कोई रोड शो नहीं कर सकेंगे, लेकिन ऑनलाइन कार्यक्रम संचालित कर सकेंगे और उसकी सूचना भी संबंधित विधानसभा के रिटर्निंग अधिकारी को देनी होगी. डोर टू डोर प्रचार में भी अभी पांच व्यक्ति ही शामिल हो सकेंगे.