UP Election 2022: बनारस और गाज़ीपुर का क्या है चुनावी गणित, क्या ओमप्रकाश राजभर बदलेंगे अखिलेश की किस्मत?
वाराणसी. सातवें चरण (UP Assembly Election 2022) के मतदान में बुलडोजर, बनारस और बड़बोले नेता की परीक्षा होनी है. योगी आदित्यनाथ ने पूरे पांच साल जहां सबसे ज्यादा बुलडोजर चलाया उसी मुख्तार अंसारी के गढ़ में 7 मार्च को मतदान होना है. अपनी हर रैली में योगी आदित्यनाथ बुलडोजर का जिक्र करना नहीं भूलते हैं.
योगी की चुनावी रैलियों में लोग बुलडोजर का खिलौना सिर पर बांध कर घूमते नजर आए. मऊ से मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास पहली बार चुनाव मैदान में है. उसके बयानों के चलते चुनाव आयोग ने उसके प्रचार करने पर बैन भी लगा रखा है.
गाजीपुर जिले की मोहम्मदाबाद सीट भी मुख्तार अंसारी का गढ़ है, जहां 2017 के चुनाव में भाजपा की अल्का राय ने मुख्तार अंसारी के भाई सिबगतुल्लाह अंसारी को हराया था. इस बार सिबगतुल्लाह के बेटे मन्नू अंसारी चुनाव मैदान में हैं, जबकि भाजपा ने अलका राय पर ही भरोसा जताया है. इस सीट पर भूमिहार और मुस्लिम मतदाता लगभग बराबर ही हैं.
लिहाजा दूसरी जातियों का वोट जिस पार्टी को मिलता है, उसकी जीतने की उम्मीद बढ़ जाती है.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र होने की वजह से बनारस पर भी सबकी निगाहें टिकी हैं, क्योंकि सातवें चरण में यहां भी मतदान होना है. प्रधानमंत्री होने के बाद भी मोदी यहां के विधानसभा चुनावों के चलते तीन दिन बनारस में रहे.
उनकी सरलता और अपने लोगों से जुड़ने की कला से ही बनारस के लोग उनके मुरीद हैं. एक कार्यक्रम में जब उन्होंने ठेठ बनारसी लहजे में कहा कि बनारस में सब गुरू, केहू ना चेला इस पर तालियों के शोर से ही ये साबित हो गया कि मोदी है तो मुमकिन है. गलियों के शहर काशी में इस बात की चर्चा चाय की कई टपरियों पर पूरे दिन चलती रही. आपको बता दें कि 2017 में काशी की सभी आठों सीटों पर कमल खिला था.
ओमप्रकाश राजभर की बढ़ी मुश्किलें
अब बात करते हैं नेता ओमप्रकाश राजभर की जो अपनी हर रैली में कहते हैं कि 2017 में भाजपा उनकी बदौलत चुनाव जीत पाई थी, अगर वो नहीं होते तो 300 का आंकड़ा भाजपा के लिए दूर की कौड़ी था. राजभर ने इस बार अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी से गठबंधन किया है और 18 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. ओम प्रकाश राजभर गाजीपुर की जहूराबाद सीट से चुनाव मैदान में हैं.
पिछली बार ये बनारस की शिवपुर विधानसभा से चुनाव लड़े थे और योगी सरकार में मंत्री भी बने थे. इस बार शिवपुर से राजभर के बेटे अरविंद राजभर चुनाव लड़ रहे हैं.ओम प्रकाश राजभर ने अपने लिए बहुत सेफ सीट चुनी थी, मगर बसपा से शादाब फातिमा के चुनाव मैदान में उतरने के बाद से इस सीट पर कांटे की टक्कर हो गई है. इनकी अग्निपरीक्षा भी सात मार्च को होनी है. आपको बता दें कि सातवें चरण में नौ जिलों की बाकी बची 54 सीटों पर मतदान होना है.