Kashi Gyanvapi Masjid Survey: ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में दूसरे दिन सर्वे का काम पूरा, जानिए क्या-क्या मिला?
वाराणसी. उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi) जिले में ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Mosque) परिसर में रविवार को दूसरे दिन सर्वे का काम पूरा हो गया है. सर्वे के दूसरे दिन भी तय समय पर जांच टीम सुबह करीब साढ़े सात बजे विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर चार पर पहुंची. यहां एडवोकेट कमिश्नर विशाल सिंह ने बताया कि सर्वे की रिपोर्ट गोपनीय है, इसे साझा नहीं किया जा सकता. आज सर्वे का काम पूरा हो जाएगा या नहीं. इस सवाल पर विशाल सिंह ने कहा कि देखते हैं, काम कितना हो पाता है. कोर्ट ने 17 तारीख से पहले सर्वे की कार्रवाई पूरी करने का आदेश दिया है. फिलहाल सर्वे करने वाली टीम अंदर मौजूद है.
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार तहखाने के एक हिस्से की वीडियोग्राफीशनिवार को नहीं हो पाई थी उसे रविवार को खोला गया तो उसमें मलबा होने की जानकारी सामने आई है. वहीं गुम्बद के वीडियोग्राफी के लिए कैमरे को विशेष तौर पर सावधानी से प्रयोग किया गया. मस्जिद के पश्चिमी छोर, मस्जिद गुम्बद , मस्जिद का ऊपरी हिस्सों की वीडियोग्राफी की गई है.
3 घंटे 30 मिनट तक चले सर्वे के दौरान वीडियोग्राफी में नक्काशीदार आकृति, दिवालो पर धार्मिक आकृतिया मिलने की सूचना है. बताया जा रहा है कि मस्जिद के अंदर काफी मलबा जमा हुआ है. वहीं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है और लगातार गश्त कर रही है. वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि आज भी सभी पक्षों द्वारा न्यायालय के आदेशों का शांतिपूर्ण तरीके से पालन किया गया.
कोर्ट कमीशन के निर्देशानुसार प्रशासन द्वारा उनको पर्याप्त रोशनी के संसाधन, सूचना विभाग के वीडियो व फोटोग्राफर, प्राधिकरण के ड्राफ्ट्समैन, तहसील के राजस्व कर्मी, मज़दूर व अन्य निर्देशित सुविधाएं उपलब्ध कराई गई थीं. कोर्ट कमीशन द्वारा रविवार के कमीशन कार्य के उपरांत निर्णय लिया गया है कि कमीशन की कार्यवाही सोमवार को भी जारी रहेगी. उनके द्वारा सोमवार सुबह 8 बजे सभी पक्षकारों को उपस्थित रहने हेतु निर्देशित किया गया है.
सर्वे पूरा होने के बाद तैयार होगी रिपोर्ट
अदालत ने कमीशन की कार्यवाही की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए 17 मई की तिथि निर्धारित की है. आज सर्वे के बाद आगे की रणनीति पर मंथन किया जाएगा. कारण, अगर कमीशन की कार्यवाही पूरी हो जाएगी तो 17 मई को विशेष अधिवक्ता आयुक्त विशाल सिंह, अधिवक्ता आयुक्त अजय कुमार मिश्र और सहायक अधिवक्ता आयुक्त अजय प्रताप सिंह संयुक्त रिपोर्ट न्यायालय को सौंपेंगे. यदि टीम को लगता है कि कमीशन के लिए और समय की आवश्यकता है तो वह न्यायालय से अगली तिथि पर रिपोर्ट पेश करने की अनुमति भी मांग सकती है.