हिंदू आस्था पर अखिलेश यादव का विवादित ‘ज्ञान’ बोले- कहीं पत्थर रख दो, सिंदूर लगा दो बन गया मंदिर
अयोध्या. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को रामनगरी अयोध्या में हिंदू आस्था को लेकर विवादित बयान दे दिया. वाराणसी के ज्ञानवापी सर्वे पर पूछे गए सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि हिंदू धर्म में में कहीं पर भी पत्थर रख दो, एक लाल झंडा रख दो, पीपल के पेड़ के नीचे तो मंदिर बन गया. अखिलेश यादव यहीं नहीं रुके उन्होंने इशारों ही इशारों में बाबरी मस्जिद को लेकर भी बड़ी बात कह दी. उन्होंने कहा कि एक समय था जब रात के समय मूर्तियां रख दी गई थी. अखिलेश यादव के इस बयान के बाद से सियासी राज छिड़ा हुआ है. बीजेपी ने इसे समाजवादी पार्टी की तुष्टिकरण की राजनीति बताया.
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि इस बयान से लगता है कि उन्होंने चुनाव परिणाम से कोई सबक नहीं सीखा. हिन्दुओं को अपमानित करने वाला बयान है. समाजवादी पार्टी तुष्टिकरण की पराकष्ठा तक जा चुकी है. यह वही समाजवादी पार्टी है जिसने कारसेवकों पर गोली चलवाने का काम किया. यह वही लाल टोपियों का गिरोह चलाने वाले समाजवादी पार्टी के लोग हिन्दुओं को अपमानित करने का काम कर रहे हैं. यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ये हिन्दुओं की आस्था को चोट पहुंचाने वाली बातें हैं इससे समाज में विद्वेष पैदा होता है. अखिलेश यादव मुख्यमंत्री रह चुके हैं उनकी ऐसी भाषा स्वीकार नहीं होगी और उन्हें हिन्दुओं से माफ़ी मांगनी होगी.
दरअसल, बुधवार को अयोध्या में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी बनारस का मुद्दा जानबूझकर उठा रही है. बनारस के मुद्दे के पीछे बड़े-बड़े कारखाने बेचे जा रहे हैं. उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है, जिस समय हम और आप टीवी पर अखबारों के माध्यम से गली और मोहल्ले के माध्यम से ज्ञानवापी मस्जिद का चर्चा कर रहे थे, उसी समय भारतीय जनता पार्टी ने एक योजना चलाई चलाई. अभी वह एक योजना चलाते थे वन नेशन वन राशन अब वह योजना चला रहे हैं वन नेशन वन उद्योगपति.
देश में उद्योगपतियों को बड़ी-बड़ी चीजें बेची जा रही हैं
अखिलेश यादव ने कहा कि देश में उद्योगपतियों को बड़ी-बड़ी चीजें बेची जा रही हैं. कंपनियां बेची जा रही है. एलआईसी बिक रही है. एयरपोर्ट बिक रहे हैं. ट्रेन बिक रही है. उद्योगपति जो चाहे वह खरीद लेंगे. अंग्रेजों ने जिस तरीके से डिवाइड एंड रूल किया था उसी तरीके से भारतीय जनता पार्टी डिवाइड एंड रूल कर रही है. यह सिद्धांत हजारों साल पुराना है जो कभी अंग्रेज इस्तेमाल करते थे. उसी सिद्धांत पर भारतीय जनता पार्टी चल रही है. हमें और आपको कभी धर्म के नाम पर, कभी जात के नाम पर बात करके जनता का ध्यान हटा रहे हैं. इतना अन्याय और उत्पीड़न कभी नहीं हुआ जितना इस सरकार में हो रहा है.
महंगाई चरम पर
बीजेपी सरकार सदन में जनता के सवाल नहीं सुनना चाहती. सुनने में आया है कि अब केवल 9 दिन ही उत्तर प्रदेश का सदन चलेगा. जिस प्रदेश का छह लाख करोड़ बजट हो उस प्रदेश की जनता के सवालों को 9 दिन में सदन में कैसे पूरा किया जा सकता है. सरकार से हम कहेंगे कि सदन चलने का दिन और बढ़ाया जाए. सदन ज्यादा से ज्यादा दिन चले. अयोध्या की जनता को याद होगा कि चुनाव में मैंने कहा था कि जैसे ही वोट पड़ जाएगा यह सरकार महंगाई बढ़ा देगी. डीजल-पेट्रोल से लेकर हर जरूरत की चीज महंगी हो गई है.
सरकार ने गरीबों को पहचानने से भी इनकार कर दिया है. जिन गरीबों को राशन दिया गया उनसे वसूली की जा रही है. स्टील महंगा हो गया और कोयला महंगा हो गया. जब से सरकार बनी जिनका बिजली का बिल ज्यादा हो उनसे वसूला जा रहा है. बिजली कटौती की जा रही है. आप को नोटिस भी भेजा जा रहा है. बिजली का बिल नहीं जमा करेंगे तो आप को जेल भेज दिया जाएगा.