Uttar Pradesh

बिजली चोरी छिपाने को जेई ने ली दस हजार की रिश्वत, वीडियो वायरल होते ही चीफ इंजीनियर ने दिए जांच के आदेश

लखनऊ: बिजली चोरी मामला रफा-दफा करने और नई लाइन का इस्टीमेट बनाने के लिए लेसा के एक जूनियर इंजीनियर दस हजार रिश्वत लेने के आरोप में फंस गए। रिश्वत लेने का ऑडियो-वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया। लेसा के चीफ इंजीनियर ने जांच के आदेश दिए हैं। आरोपी जेई ने इसे साजिश बताया है।

वायरल वीडियो आईआईएम रोड स्थित मुबारकपुर चौराहे पर आरके स्टेशनरी स्पोर्ट एंड गिफ्ट सेंटर के पास का बताया जा रहा है। ऑडियो भी वायरल हुआ है। इसमें बीकेटी डिवीजन के बौरामऊ के जूनियर इंजीनियर ओमप्रकश उपभोक्ता से बिजली चोरी प्रकरण को रफा-दफा करने और बिजली लाइन के इस्टीमेट की फाइल आगे बढ़ाने के लिए 20 हजार रुपए की मांग कर रहे हैं। जबकि उपभोक्ता जेई से 15 हजार रुपए दो किस्तों में देने की बात कर रहा है।

जेई 20 हजार रुपये की मांग पर अड़े है। कह रहे हैं कि कई स्टेप पर काम करना पड़ता है। यह पैसा एसडीओ, एक्सईएन और एसई तक जाता है। 20 हजार रुपये दिए बगैर काम नहीं हो पाएगा। उपभोक्ता 15 हजार रुपये से ज्यादा देने से मना कर रहा है। इस संबंध में एक्सईएन अमित चित्रवंशी ने बताया कि उन्हें जानकारी नहीं है।

साजिश के तहत बनाया गया

बीकेटी जेई बौरामऊ ओमप्रकाश ने कहा, ‘बिजली लाइन के इस्टीमेट की फाइल आगे बढ़ाने के लिए उपभोक्ता के साथ बैठकर बात हुई थी। उन्हें नहीं पता था कि वीडियो, ऑडियो रिकार्ड किया जा रहा है। साजिश के तहत ब्लैकमेल करने के लिए ऑडियों, वीडियो बनाया गया और अब वायरल किया गया।’

लेसा ट्रांसगोमती के मुख्य अभियंता अनिल कुमार तिवारी ने कहा, ‘बीकेटी डिवीजन के जूनियर इंजीनियर के वायरल ऑडियों और वीडियो के बारे में अधिशासी अभियंता से रिपोर्ट मांगी गई है। अगर रिश्वत लेने की पुष्टि होती है तो कार्रवाई की जाएगी।’

पूरी खबर देखें

संबंधित खबरें

error: Content is protected !!