कपिल सिब्बल के बाद समाजवादी पार्टी ने जयंत चौधरी को घोषित किया राज्यसभा चुनाव का प्रत्याशी
लखनऊ। राज्यसभा में तीन सदस्य भेजने की तैयारी में लगी उत्तर प्रदेश की विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रीय लोकदल के जयंत चौधरी को अपना संयुक्त प्रत्याशी घोषित किया है। माना जा रहा है कि कांग्रेस के नेता कपिल सिब्बल के बाद जयंत चौधरी को उच्च सदन भेजने का समाजवादी पार्टी का निर्णय 2024 के लोकसभा चुनाव को देखकर हुआ है।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरी राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी को उच्च सदन में भेजकर समाजवादी पार्टी सहयोगियों को बड़ा संदेश देने के प्रयास में है।
माना जा रहा है कि जयंत चौधरी जल्दी ही अपना नामांकन दाखिल करेंगे।समाजवादी पार्टी ने राज्यसभा चुनाव के लिए अपना तीसरा प्रत्याशी राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी को बनाया है।
जयंत चौधरी सपा एवं रालोद के संयुक्त प्रत्याशी होंगे। पहले इस सीट के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव का नाम चल रहा था। अखिलेश यादव ने गठबंधन धर्म निभाते हुए जयंत चौधरी से किया वादा पूरा कर दिया।
समाजवादी पार्टी ने बुधवार को अपने तीसरे प्रत्याशी की घोषणा नहीं की थी। अखिलेश यादव ने गुरुवार सुबह जयंत चौधरी को तीसरा प्रत्याशी बनाने का निर्णय लिया। अखिलेश ने खुद जयंत चौधरी को फोन कर गठबंधन का प्रत्याशी बनाने की घोषणा की।
फिर सपा ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया-‘जयंत चौधरी समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल से राज्य सभा के संयुक्त प्रत्याशी होंगे। जवाब में जयंत चौधरी ने भी ट्वीट किया-‘विश्वास के साथ आगे बढ़ेंगे, नौजवान, कमेरा, किसान के सम्मान में।कपिल सिब्बल व जयंत चौधरी को प्रत्याशी बनाकर सपा ने वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव पर निशाना साधा है।
जयंत चौधरी के जरिये एक बार फिर अखिलेश ने जाट मतदाताओं को साधने की कोशिश की है। जयंत चौधरी पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पौत्र व पूर्व केंद्रीय मंत्री अजित सिंह के पुत्र हैं। वर्ष 2009 से 2014 के बीच मथुरा लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं। मोदी लहर में वे 2014 का लोकसभा चुनाव हार गए थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी उन्हें सफलता नहीं मिली थी।
उत्तर प्रदेश की 11 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव प्रक्रिया चल रही है। इस चुनाव के लिए मतदान 10 जून को होगा। प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में सपा गठबंधन के 125 सदस्य हैं। एक सीट के लिए 34 विधायकों का कोटा चाहिए।
ऐसे में सपा आसानी से तीन प्रत्याशियों को राज्यसभा भेज सकती है। इससे पहले बुधवार को सपा ने मुस्लिम चेहरे के रूप में जावेद अली और देश के जाने-माने वकील एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल को अपना प्रत्याशी बनाया था। यह दोनों बुधवार को नामांकन पत्र भी भर चुके हैं।