अब ED के संयुक्त निदेशक का उमड़ा बीजेपी प्रेम, राजेश्वर सिंह का VRS हुआ मंजूर, सुल्तानपुर से लड़ेंगे चुनाव!
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में बड़ी सरकारी नौकरी छोड़कर सियासत में किस्मत आजमाने वाले अधिकारियों की लिस्ट में एक और नाम जुड़ गया है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) के लखनऊ ऑफिस के संयुक्त निदेशक राजेश्वर सिंह (Rajeshwar Singh) ने सोमवार देर रात अपना वीआरएस (Voluntary Retirement Scheme) आवेदन स्वीकृत होने की जानकारी देने के साथ राजनीति में आने की अपनी मंशा भी साफ कर दी.
राजेश्वर सिंह ने लिखा, ’24 वर्षों का यह कारवां आज एक पड़ाव पर रुका. इस अवसर पर आज मैं भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का तहे दिल से आभार व्यक्त करता हूं.’ इसके साथ ही उन्होंने एक संदेश भी ट्वीट किया है, जिसमें लिखा है कि अब वे राजनीति के क्षेत्र में पदार्पण करना चाहते हैं.
बता दें कि राजेश्वर सिंह करीब 24 वर्षों की सरकारी सेवा कर चुके हैं और उनका 11 वर्ष का सेवाकाल अभी बचा हुआ था. इस बीच उनके गृह जिले सुल्तानपुर से बीजेपी के टिकट पर लड़ने की संभावना जताई जा रही है. खबर है कि राजेश्वर सिंह मंगलवार को बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करेंगे.राजेश्वर सिंह प्रांतीय पुलिस सेवा (पीपीएस) के 1994 बैच के अधिकारी हैं. वह लखनऊ में सीओ गोमतीनगर व सीओ महानगर के पद पर तैनात रह चुके हैं.
लखनऊ के अलावा प्रयागराज में भी उन्होंने अहम पदों पर जिम्मेदारी संभाली. राजेश्वर वर्ष 2009 में प्रतिनियुक्ति पर ईडी में गए थे और बाद में उन्हें ईडी में समायोजित कर लिया गया था. तेजतर्रार अधिकारियों में गिने जाने वाले राजेश्वर सिंह ने 2जी घोटाला, जगनमोहन रेड्डी केस, कॉमनवेल्थ गेम्स मामला, अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर डील केस जैसे कई अहम मामलों की जांच की है.
अब लगभग 10 वर्ष उत्तर प्रदेश पुलिस में और 14 वर्ष ईडी में अपनी सेवाएं देने के बाद अब वह नौकरी छोड़कर दूसरी पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं. आइजी रेंज, लखनऊ लक्ष्मी सिंह उनकी पत्नी हैं, जबकि उनकी दो बहनें और भाई इनकम टैक्स अधिकारी हैं. इससे पहले एक अन्य आइपीएस अधिकारी असीम अरुण वीआरएस लेकर अपनी सियासी पारी का आगाज़ कर चुके हैं. वह कन्नौज की सदर सीट से भाजपा के प्रत्याशी हैं.