यूक्रेन में फंसे प्रदेश के छात्र-छात्राओं तथा नागरिकों की मदद के लिए यूपी सरकार की हेल्पलाइन, नोडल अफसर भी नियुक्त
लखनऊ, । यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां के हालात बिगड़ने पर उत्तर प्रदेश सरकार ने भी वहां पर अध्ययनरत प्रदेश के छात्र-छात्राओं और कार्यरत उत्तर प्रदेश के लोगों को राहत देने का काम प्रारंभ कर दिया है। कोई भी फ्लाइट का संचालन ना होने के कारण केन्द्र सरकार के सामने वहां पर फंसे लोगों को निकालना फिलहाल सबसे बड़ी चुनौती भी है।
इसी बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने वहां पर फंसे प्रदेश के लोगों से सम्पर्क कराने के लिए नोडल अफसर नियुक्त करने के साथ ही हेल्प लाइन नंबर तथा ईमेल जारी किया है। जिस पर संपर्क कर लोग अपने स्वजनों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने यूक्रेन के कीव में प्रदेश के लोगों को लाने का प्रयास शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार विदेश मंत्रालय भारत सरकार के साथ यूक्रेन में भारतीय दूतावास से सम्पर्क कर रही है।
सरकार ने रणवीर प्रसाद राहत आयुक्त एवं सचिव राजस्व विभाग को यूपी सरकार ने नोडल अधिकारी बनाया है। इसके साथ ही यूक्रेन में फंसे उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए हेल्पलाइन नम्बर 9454441081 जारी किया है। राज्य सरकार का कंट्रोल रूम 24 घंटे हेल्पलाइन सेवा देगा।
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव राजस्व मनोज कुमार सिंह की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि रूस के हमले के बाद यूक्रेन में फंसे उत्तर प्रदेश के लोगों को निकालना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता में है। इस दौरान वहां से किसी भी प्रकार का फ्लाइट का संचालन नहीं हो पा रहा है, ऐसे में प्रदेश को लोगों को भारतीय दूतावास के जरिए मदद पहुंचाई जाएगी।
प्रदेश सरकार ने यूक्रेन में फंसे लोगों को मदद दिलाने के लिए नोडल अफसर नियुक्त किया है। राहत आयुक्त एवं सचिव राजस्व रनवीर प्रसाद को नोडल अफसर बनाया गया है। वह विदेश मंत्रालय से लगातार संपर्क में हैं और यूक्रेन की राजधानी कीव में भारतीय दूतावास के कर्मियों से उत्तर प्रदेश के लोगों के बारे में जानकारी भी प्राप्त कर रहे हैं।
प्रदेश के किसी भी क्षेत्र में रहने वाले लोग यूक्रेन में फंसे स्वजन की जानकारी प्राप्त करने के लिए हेल्पलाइन नम्बर 0522-1070 या फिर 9454441081 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके साथ ही किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए ईमेल rahat@nic.in पर भी अपनी बात रख सकते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार सभी को वहां से सुरक्षित लाने के प्रयास में है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वयं अपने कैबिनेट सहयोगियों को निर्देश दिया है कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सकुशल स्वदेश लाना पहली प्राथमिकता हो। रूस के हमले की वजह से राजधानी कीव के हवाई अड्डे का संचालन ठप हो चुका है, इस दौरान विशेष विमान भेजकर भारतीय विद्यार्थियों को निकालने की योजना प्रभावित हुई है। भारतीय विद्यार्थियों को लाने के लिए भेजे गए एक विमान को बैरंग वापस आना पड़ा। ऐसे में भारत यूक्रेन की पश्चिमी सीमा से सटे दूसरे देशों के जमीनी रास्ते से विद्यार्थियों को वापस निकालने में जुट गया है।