गुटखा कारोबारी भी है कालेधन का ‘कुबेर’? बोरी में रखे मिले करोड़ों रुपए, 100 अधिकारी खंगाल रहे कुंडली
हरदोई: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh News) के हरदोई (Hardoi News) में गुटखा कारोबारी सुधीर अवस्थी के घर और दफ्तरों पर आईटी (Income Tax Department) की छापेमारी दूसरे दिन भी लगातार जारी है. लगभग 100 अधिकारियों (IT Raid) की एक टीम गुटखा कारोबारी के 10 प्रतिष्ठानों पर एक साथ छापेमारी कर रही है.
सूत्रों के मुताबिक, यहां से लगभग 3 करोड़ रुपए मिले हैं. ये रुपए बोरियों में बंद थे. फिलहाल, आईटी (IT Raid News) की टीम ने मीडिया से कुछ भी शेयर करने से इनकार किया है. बताया जा रहा है कि तमाम बेनामी संपत्तियां भी प्रकाश में आई हैं, जिनका ब्यौरा टीम खंगालने में लगी है.
24 घंटे से अधिक का समय हो चुका है और जिस प्रकार से यहां छापेमारी चल रही है, उससे कारोबारी के रिश्तेदार और अन्य करीबी कारोबारियों में भी हड़कंप है. उन्हें भी इस बात का डर सता रहा है कि कहीं वे लोग भी जांच की जद में न आ जाएं.नघेटा रोड निवासी सुधीर अवस्थी की अवस्थी जर्दा भंडार नाम से फर्म है. वह जर्दा और पान मसाले का कारोबार करते हैं.
जर्दा कारोबारी के लगभग 10 ठिकानों पर इनकम टैक्स ने बुधवार को रेड की थी, जो अभी भी जारी है. इस बीच किसी को भी बाहर जाने की इजाजत नहीं मिली है और न ही कोई अंदर दाखिल हो सकता है. डिप्टी कमिश्नर भरत अवस्थी के नेतृत्व में जर्दा कारोबारी के यहां रेड जारी है.
सूत्रों के मुताबिक, अफसरों ने उनके ठिकानों से तीन करोड़ रुपए से अधिक की नगदी बरामद की है. इसके अलावा कारोबार और संपत्तियों में निवेश से जुड़े दस्तावेज भी अफसरों ने अपने कब्जे में ले लिए हैं.
सूत्रों के मुताबिक अफसरों के हाथ कई कागज भी लगे हैं और छापामारी करने वाली टीम लगातार प्रमुख दस्तावेजों-अभिलेखों को खंगालने में जुटी है. आईटी के अधिकारियों ने अब तक मीडिया को कोई भी जानकारी नहीं दी है.
बताया जा रहा है कि जो नोट मिले हैं, वह बोरे में बंद थे और एक बैंक की मशीन मंगा कर नोटों को गिना गया है. फिलहाल छापेमारी कब तक चलती रहेगी, इस पर कुछ भी कहना संभव नहीं है.
कोरोना लॉकडाउन से आया चर्चा में
कोविड-19 के दौरान जिस वक्त इंसान जिंदगी और मौत से जूझ रहा था और तमाम व्यापार और कारोबार बंद थे. ऐसे में पान मसाला का कारोबार भी बंद था. कोई भी पान मसाला मार्केट में उपलब्ध नहीं था. तब अवस्थी ब्रदर्स ने किशोर नाम का पान मसाला लांच कर मार्केट में उतारा था.
गुपचुप तरीके से यह पान मसाला खूब बिका और फिर इसकी लत और टेस्ट लोगों की जुबां पर ऐसा चला कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी यह खूब बिकता रहा और आज सिर्फ दो ही नहीं बल्कि आसपास के जनपदों में किशोर पान मसाला और नेशनल की सप्लाई भारी मात्रा में हो रही है.