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सरयू नदी का जलस्तर खतरे की निशान की तरफ बढ़ने लगा, किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें

टांडा ( अंबेडकरनगर) सरयू नदी का जलस्तर खतरे की निशान की तरफ बढ़ने लगा है। बाढ़ से निपटने के लिए राजस्व विभाग ने चौकियों और शरणालय स्थल चिन्हित किए हैं। आषाढ़ माह में वर्षा नहीं होने से जहां किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखने लगी , वहीं अब सरयू नदी उफान पर है।

नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित होने वाले गांव मांझा उल्टहवा के का जलस्तर नदी के करार पर है। एक फीट और बढ़ने पर पानी मांझा में फैल जाएगा। प्रभावित होने वाले गांवों को प्रशासन द्वारा चिह्नित किया गया है। टांडा में हनुमानगढ़ी की सीढ़ियों तक सरयू नदी का पानी पहुंच गया है तथा थिरुआ नाला से चंदौली, अमेदा, महरीपुर, चितौरा, डुहिया, फूलपुर, मखदूम सराय, भारीडीहा गांव केवटला नसरूल्लाहपुर प्रभावित होते हैं।

कटान का खतरा :करमपुर बरसावा, छज्जापुर, चितौरा, फूलपुर, मांझा कला, मांझा उल्टहवा, डुहिया, इस्माइलपुर बेलदहा, रसूलपुर मुबारकपुर, कटरिया, ककराही गांवों में बाढ़ से कटान का खतरा बना रहता बाढ से प्रभावित होने वाले गांव मांझा उल्टहवा, अवसानपुर,करमपुर बरसावां, मांझा कला, मांझा केवटला, महरीपुर आदि है

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