महिला की मौत के बाद तहसीलदार ने अस्पताल से भरे जा रहे सामान सहित डीसीएम पकड़ी
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महिला की मौत के बाद तहसीलदार ने अस्पताल से भरे जा रहे सामान सहित डीसीएम पकड़ी
लाइफ केयर अस्पताल में एक दिन पहले पोस्टर बैनर हटाकर फरार हुआ था संचालक
स्वास्थ्य विभाग पूरे मामले की पड़ताल में जुटा
माधोटांडा, पीलीभीत। प्रसव के दौरान महिला की अगले दिन मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा काटा था। इसके बाद रातों-रात अस्पताल संचालक बैनर पोस्टर लेकर तालाबंदी कर फरार हो गया। देर रात तहसीलदार ने अस्पताल से सामान भरने के दौरान डीसीएम पकड़ ली। जानकारी लगने के बाद एमओआईसी भी पहुंच गए। पकड़ी गई डीसीएम माधोटांडा पुलिस के सुपुर्द किया है। बताया जा रहा है बिना मानक के ही अस्पताल का संचालन किया जा रहा था। स्वास्थ्य विभाग पूरे मामले में पड़ताल करने में जुटी हुई है।
कलीनगर तहसील के माधोटांडा में लाइफ केयर हॉस्पिटल में लापरवाही से प्रसव होने के चलते 19 अगस्त को महिला की जान चली गई थी। इससे नाराज परिजनों ने जमकर हंगामा भी काटा था। गांव के ही कुछ लोगों ने बैठकर समझौता भी करा दिया था। घटना की रात संचालक ने अस्पताल के बाहर लगे बैनर और पोस्टर हटाने के बाद तालाबंदी कर फरार हो गया है। इसके बाद 20 अगस्त की रात अस्पताल के ताले खोलकर उसका सामान डीसीएम में भरा जा रहा था। सूचना मिलने के बाद कलीनगर तहसीलदार हेमराज बोनाल और पूरनपुर एसओआईसी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने सामान भरी डीसीएम पकड़ ली। मौका पाकर आरोपी फरार हो गए। पकड़ा गया वाहन पुलिस के सुपुर्द किया गया है।जानकारी लगने के बाद लोगों में खलबली मची हुई है। सीएमओ डॉ आलोक शर्मा ने बताया पूरे मामले की जांच पूरनपुर एमओआईसी को सौंपी गई है। अगर अस्पताल बिना मानक के संचालित हो रहा है तो इस पर कार्रवाई की जाएगी। संचालक द्वारा बैनर पोस्टर हटाकर तालाबंदी करने की जानकारी मिली है।
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मानकों को ताक पर अस्पताल और पैथोलॉजी लैबों का हो रहा संचालन
जिले भर में मानकों को ताक पर रखकर कई अस्पताल और पैथोलॉजी लैबों का संचालन किया जा रहा है। यहां आने वाले मरीजों कोई इलाज के नाम पर जमकर ठगा जाता है। उपचार के दौरान हालत बिगड़ने पर उन्हें रेफर कर दिया जाता है।आपको बता दें पूरनपुर, बीसलपुर, अमरिया, बरखेड़ा, जहानाबाद, बिलसंडा, माधोटांडा में कई हॉस्पिटल, क्लीनिक व पैथोलॉजी लैब बिना मानक के हो रही संचालित हो रही है। रुपए के लालच में मरीजों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। यदि स्वास्थ्य महकमा इनके मानक की जांच करें तो इन पर गाज गिरना तय है।
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नोटिस जारी करने के बाद कार्रवाई करना भूल जाता है स्वास्थ्य विभाग
अस्पताल क्लीनिक और पैथोलॉजी में फर्जी वाला सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग नोटिस जारी करने के बाद कार्रवाई करना भूल जाता है। इसको लेकर दिल से जुड़े लोगों ने कार्रवाई का खौफ नहीं देखा जा रहा है। जिम्मेदारों की अनदेखी से लोगों की जान चली जाती है। जिले के अनेकों निजी अस्पताल सरकार और प्रसाशन को ठेंगा दिखा रहे है।