अब आसमान छूने के लिए बेताब दाल और तेल की कीमतें! टमाटर की मार से बचने की क्या है उम्मीद
Lucknow : टमाटर की मार से आम आदमी अभी चोटिल ही हो रहा था कि अब आसमान छूने के लिए बेताब दाल और तेल के बढ़ते दामों ने खरीदारों की धड़कने तेज कर दी है। लोगों की अपेक्षा थी कि दामों में और गिरावट आएगी। अभी वैवाहिक आयोजन के दिन भी नहीं हैं। ये अलग बात है कि तीज त्योहार शुरू हो गए हैं।
व्यापारियों के मुताबिक, दाल और तेल में बढ़ोतरी का मुख्य कारण आपूर्ति की कमी है। यहां मंडी में मध्यप्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र से सामान मंगाया जाता है। वहीं से आपूर्ति कम हो रही है। हालांकि बाजार का यह रुख पूरे देश में है। अरहर की दाल हो या उड़द की या फिर कोई और दाल, सभी की कीमतें थोक में भी तेज बनी हुई हैं।
यही वजह है कि लोगों के घर का बजट बिगड़ रहा है। इसी में टमाटर ने भी लोगों को महंगाई से परेशान कर रखा है। इससे केवल आम आदमी ही परेशान नहीं बल्कि व्यापारी भी नाखुश हैं।
पूरी नहीं हो पा रही दाल की आपूर्ति
व्यापारियों का कहना है कि अरहर और उड़द दाल की आगे से बहुत कमी है, जिस वजह से दाम में उछाल शुरू है। ये दालें महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में आती हैं। दालों की कमी वहीं से है, जिससे दाम में तेज उछाल है।
खरीदार रामप्रवेश कहते हैं कि सरकार को दाल के दाम कम करने चाहिए, क्योंकि इससे परेशानी हो रही है। बाजार पहुंची राखी कहती हैं कि तेल का भाव 125-30 से फिर से 140-50 रुपये प्रतिकिलोग्राम तक पहुंच गया है। दाल का भाव 140 से 145 रुपये प्रतिकिलोग्राम हो गया है। कुछ दिनों पहले तक भाव में नरमी आई थी। भाव में तेजी हाने से पूरे किचन का बजट बिगड़ गया है। खरीदार कहते हैं कि इस महंगाई की वजह से हर परिवार का खर्च हर महीने एक से दो हजार अधिक हो गया है।