दूध पीने आई बिल्ली का मुंह लोटे में फंसा, गांव में निकली तो कुत्तों ने घेरा, फिर यूं बचाया…
बांसवाड़ा. बांसवाड़ा शहर के करीब 10 किलोमीटर दूर नया गांव में दूध की लालच में एक बिल्ली (Cat) ने लोटे में अपना मुंह फंसा लिया. इसके बाद बिल्ली ने मुंह में फंसे हुए लोटे को निकालने के लिए खूब मशक्कत की.
लेकिन जब वह सफल नहीं हुई तो वह इधर-उधर दौड़ने लगी. वह करीब एक किलोमीटर तक गांव में घूमती रही. बिल्ली को गांव की गलियों में मुंह में लोटा फंसाये भटकता देख आवारा कुत्तों (Dogs) ने हमले के प्रयास किए लेकिन गनीमत रही कि वह बचग गई।
इस दौरान ग्रामीणों ने बिल्ली को मुसीबत में देखकर ठहाके तो मारे, लेकिन किसी ने उसकी सहायता नहीं की। बिल्ली पंजे ना मार दे इस डर से किसी लोटा निकालने का जोखिम नहीं उठाया. बाद में एक वन्यजीव प्रेमी ने काफी मशक्कत कर बिल्ली के मुंह से लोटा निकाला. लोटा निकालते ही बिल्ली वहां से जान बचाकर भाग छूटी.
दूध पीने के लिये लोटे में डाला था मुंह
जानकारी के अनुसार नया गांव के आदिवासी मोहल्ले में एक बिल्ली घूमते हुए दितीया नामक युवक के घर में घुस गई. वहां लोटे में दूध देखकर बिल्ली ने उसे पीने के लालच में मुंह उसके भीतर डाल दिया. लोटा संकरा होने के कारण उसमें बिल्ली का मुंह फंस गया. दूध चट करने के बाद जब बिल्ली ने लोटा निकालने की कोशिश की तो वह सफल नहीं हो पाई.
पहले घर में घूमती रही बाद में गांव में भागी
उसके बाद वह लोटे को मुंह में फंसाये हुये दितीया के घर के आंगन में घूमती और दीवारों से टकरात रही. परिवार लोगों द्वारा शोर मचाने पर बिल्ली जान बचाने के लिए वहां से भाग छूटी. वह घर से बाहर गांव में इधर-उधर भटकती रही. इसके बाद एक मकान की दीवार से जाकर टकरा गई. इस बीच लोग इकट्ठा होकर बिल्ली का तमाशा देखते रहे, लेकिन किसी ने भी बिल्ली को लोटा निकालने का जोखिम नहीं लिया.
पर्यावरण प्रेमी लक्की पंचाल ने दिखाई हिम्मत
उसके बाद सूचना पर वागड़ बने वृंदावन (पर्यावरण प्रेमी) के गौसेवक संगठन के लक्की पंचाल वहां पहुंचे. उन्होंने तसल्ली से बिल्ली को पकड़ा और बाद में सहजता के साथ पकड़कर लोटा निकाला. इस दौरान वहां काफी भीड़ एकत्र हो गई. लोटा निकलते ही बिल्ली बिना देर किये वहां भाग छूटी. बिल्ली के भागते ही लोगों ने तालियां बजानी शुरू कर दी.