भाजपा नेता ने ‘नशे में धुत्त’ होकर मनाया द्रौपदी मुर्मू की जीत का जश्न, देना पड़ा इस्तीफा
छोटा उदेपुर. गुजरात भाजपा नेता को ‘नशे में धुत्त’ होकर द्रौपदी मुर्मू की जीत का जश्न मनाना महंगा पड़ गया। उन्हे अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा है। गुजरात के छोटा उदेपुर जिले के भाजपा अध्यक्ष रश्मीकांत वसावा का एक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में वे कथिततौर पर काफी नशे में दिख रहे थे। इसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। वीडियो में वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की चुनावी जीत का जश्न मनाते समय एक कार्यक्रम में “नशे में” दिख रहे हैं। बता दें कि गुजरात एक ड्राई स्टेट है। यानी यहां शराब पर प्रतिबंध है। ऐसे में उनका कथित शराब पीने का वीडियो वायरल होने के बाद विपक्ष सत्ताधारी भाजपा पर हमलावर है।
छोटा उदेपुर एक आदिवासी बाहुल जिला है। यहां आदिवासी समुदाय ने राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू की जीत का जश्न बड़ी धूमधाम से मनाया। इसी दौरान 24 जुलाई को यहां एक कार्यक्रम में, वसावा कुछ ऐसे झूम रहे थे, जैसे नशे में हों। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री निमिषा सुथार पहुंचे थे। उनके साथ मंच साझा करते हुए वसावा नशे में धुत्त नजर आए।
रश्मीकांत वसावा सही तरीके से चलने की स्थिति में भी नहीं थे। जिसके कारण वह पार्टी नेता मेहुल पटेल शिभा का सहारा लेकर चल रहे थे। ये दृश्य वहां मौजूद शख्स ने कैमरे में कैद कर लिया। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद विपक्षी कांग्रेस और आप ने सत्ताधारी पार्टी पर जमकर हमला बोला। हालांकि इस मामले में पुलिस में कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।
वसावा द्वारा अपने इस्तीफे की घोषणा के बाद, आप नेता निखिल सवानी ने घटना की जांच नहीं होने पर सवाल उठाया। सवानी ने सोमवार को ट्वीट किया, “एक महिला मंत्री के साथ मंच साझा करने वाले भाजपा जिलाध्यक्ष ने नशे की हालत में पार्टी अध्यक्ष के निर्देश पर इस्तीफा दे दिया है, लेकिन क्या यह पता लगाने के लिए गुजरात पुलिस कोई जांच करेगी कि उन्होंने (वासव) किससे शराब ली थी?”
वसावा ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल को एक पत्र भेजा जिसमें कहा गया था कि निर्देश के मुताबिक इस्तीफा दे रहे हैं। पत्र में कहा गया है कि सी आर पाटिल साहब द्वारा जारी निर्देश के अनुसार मैं भाजपा छोटा उदेपुर के जिलाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं। भाजपा के राज्य महासचिव भार्गव भट्ट ने कहा कि विवाद से दूर रहने के लिए वसावा ने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया था।