Prayagraj

UP : 9 फर्जी शिक्षिकाएं बर्खास्त, FIR के आदेश, 69 हजार शिक्षक भर्ती में धांधली कर बनी थीं टीचर

प्रतापगढ़. यूपी के प्रतापगढ़ जिले में फर्जी टीईटी प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी कर रहीं नौ शिक्षिकाओं को बीएसए ने बर्खास्त कर दिया है. साथ ही बीएसए भूपेंद्र सिंह ने नौ फर्जी शिक्षिकाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का भी आदेश दिया है. इन सभी शिक्षिकाओं पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी टीईटी प्रमाण-पत्र लगाकर ये नौकरी हासिल की थी. ऑनलाइन सत्यापन के दौरान इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ था.

आरोप यह भी है कि ऑनलाइन सत्यापन के बाद भी बीएसए विभाग के पटल बाबुओं ने फर्जी शिक्षिकाओं की फ़ाइल 6 माह से दबा कर रखी थी. पटल बाबू द्वारा उनको बचाया जा रहा था. बर्खास्त शिक्षिकाएं जिले के विभिन्य विद्यालयों में तैनात थी. दरअसल पूरा मामला 16 अक्टूबर 2020 में हुए 69,000 सहायक अध्यापकों की बम्पर भर्ती से जुड़ा है.

कई और शिक्षक भी जांच के दायरे में

जिन टीचर्स के टीईटी प्रमाण-पत्र फर्जी मिले है, उनमें मीरा देवी, सीमा देवी, कंचन, निधि सिंह, संगीता देवी, सीमा कोरी, बिंदु देवी, सुमित्रा मौर्या और रुचि प्रजापति का नाम शामिल है. प्रतापगढ़ में पहले भी बेसिक शिक्षा विभाग सुर्खियों में रहा है. इससे पहले 40 शिक्षकों की बर्खास्तगी फर्जी प्रमाण-पत्र के आधार पर हो चुकी है, जबकि अभी दर्जन भर से अधिक टीचर्स एसटीएफ की जांच के राडार पर है. बीएसए भूपेंद्र ने बताया कि 69,000 हजार भर्ती में इन 9 शिक्षिकाओं का चयन हुआ था. अभिलेख सत्यापन में इन सभी शिक्षिकाओं के टीईटी का प्रमाण -पत्र फर्जी पाया गया, जिन्हें बर्खास्त करते हुए उनके खिलाफ एफआईआर के आदेश दिए गए है. अभी और शिक्षक भी जांच के दायरे में है.

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