बाहुबली MLA रमाकांत यादव की बेटे के लिए सपा से बगावत! भाजपा के साथ बनाई रणनीति
आजमगढ़. यूपी विधान परिषद चुनाव में समाजवादी पार्टी के बाहुबली विधायक रमाकांत यादव (SP MLA Ramakant Yadav) आजमगढ़ में भाजपा खेमे में बैठकर रणनीति बनाते नजर आए. दरअसल भाजपा ने फूलपुर पवई सीट के पूर्व विधायक अरुणकांत यादव को आजमगढ़-मऊ सीट से मैदान में उतारा है. इसके साथ कहा जा रहा है कि सपा के बाहुबली विधायक ने अपने बेटे को एमएलसी बनाने के लिए पार्टी से बगावत कर दी है. यही नहीं, रमाकांत यादव की भाजपा खेमे में बैठकर रणनीति बनाने का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
बता दें कि भाजपा के आजमगढ़-मऊ एमएलसी कैंडिडेट अरुणकांत यादव ने कुछ दिन पहले कहा था कि उनके पिता और फूलपुर पवई विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव जीतने वाले बाहुबली विधायक रमाकांत यादव भाजपा का जल्दी दामन थाम सकते हैं. वहीं, विधान परिषद चुनाव में भाजपा के खेमे में बैठकर रणनीति बनाने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि सपा को आजमगढ़ में बड़ा झटका लग सकता है.
अरुणकांत यादव की जगह भाजपा ने रामसूरत राजभर को दिया था टिकट
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा ने फूलपुर पवाई विधानसभा सीट से विधायक अरुणकांत यादव का टिकट काटकर रामसूरत राजभर पर दांव खेला था. दरअसल सपा ने इस सीट से रमाकांत यादव को मैदान में उतारा था. वहीं, भाजपा ने पिता और बेटे की लड़ाई से बचने के लिए दूसरा कैंडिडेट उतारा था. वहीं, टिकट कटने के बाद अरुणकांत ने कहा था कि पार्टी ने मुझे एमएलसी चुनाव की तैयारी करने के लिए बोला है और मैं इसका पूरी तरह पालन करूंगा. इसके बाद वह एमएलसी चुनाव की तैयारी लग गए थे. वैसे भाजपा को 2017 के चुनाव में 21 साल बाद आजमगढ़ की सियासत में अरुणकांत यादव ने एकमात्र सीट दिलाई थी. जबकि इस बार के चुनाव में सपा ने जिले की सभी सीटों पर कब्जा किया है.
भाजपा ने MLC यशवंत सिंह को 6 साल के लिए किया निष्कासित
बहरहाल, विधानसभा चुनाव के बाद विधान परिषद चुनावों पर भाजपा का पूरा फोकस है. सीएम योगी साफ तौर पर कह चुके हैं कि सभी 36 सीटों पर पार्टी की जीत जरूरी है. इस वजह से आजमगढ़-मऊ से अपने एमएलसी यशवंत सिंह को पार्टी विरोधी काम करने के आरोप छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था. बता दें कि सिंह के बेटे विक्रांत सिंह ने बागी होकर चुनाव लड़ा है.