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पश्चिमी यूपी की 43 सीटों पर प्रियंका गांधी का प्‍लान बिगाड़ रहा अखिलेश यादव का खेल! जानें पूरा गणित

लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) में बीजेपी से आर पार की लड़ाई लड़ रहे सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) कांग्रेस के प्‍लान में उलझ सकते हैं. दरअसल कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने पश्चिमी यूपी में 43 ऐसे उम्मीदवार उतारे हैं, जो मुस्लिम हैं या फिर उसी जाति के हैं जिस जाति का उम्मीदवार सपा ने खड़ा किया है. मतलब इन सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार सपा के परंपरागत वोटर मुस्लिमों या फिर उसके उम्मीदवार की जाति के वोट काटेंगे. इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिल सकता है.

किसान आंदोलन के बाद जाट वोटरों की नाराजगी झेल रही बीजेपी को कांग्रेस की रणनीति से सियासी संजीवनी मिल सकती है. कांग्रेस ने 2017 का चुनाव सपा के साथ लड़ा था, लेकिन इस बार एक दूसरे के खिलाफ हैं. पश्चिमी यूपी में कांग्रेस ने पहले और दूसरे चरण की कुल 113 सीटों में से 43 पर मुस्लिम या सपा उम्मीदवार की जाति का ही उम्मीदवार दिया है. कांग्रेस के उम्मीदवार कहीं मुस्लिम तो कहीं अपनी बिरादरी के वोट काटेंगे, जिसका सीधा नुकसान सपा को और फायदा बीजेपी को होगा. हालांकि कांग्रेस नेता अखिलेश सिंह ये बात नहीं मानते और तर्क देते हैं कि पश्चिमी यूपी में मुस्लिम और जाट वोट बैंक ज्यादा है, तो सभी पार्टियां स्वाभाविक रूप से उन्हीं को टिकट देती हैं.

जानें कहां-कहां कांग्रेस बिगाड़ेगी सपा का खेल

यूपी विधानसभा के चुनाव में मतदान की शुरुआत 10 फरवरी से हो रही है और दूसरे चरण में 14 फरवरी को वोटिंग होगी. दोनों चरण पश्चिमी यूपी में हैं. यहीं से सभी दल हवा बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस की रणनीति ने सपा को परेशानी में डाल दिया है. कांग्रेस ने 33 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं और 10 सीटें ऐसी हैं, जिसमें कांग्रेस ने सपा उम्मीदवार की ही जाति का उम्मीदवार उतार दिया है. इसके बाद सपा का गणित गड़बड़ा गया है. हालांकि सपा प्रवक्ता फखरुल हुसैन चांद कह रहे हैं कि इसके बावजूद सपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी.

बता दें कि यह 43 सीटें देवबंद, कैराना, शामली, चरथावल, मीरापुर, बरहापुर, धामपुर, बिजनौर, कांठ, ठाकुरद्वारा, मुरादाबाद, मुरादाबाद नगर, कुंदरकी, असमोली, संभल, चमरौआ, रामपुर, अमरोहा, हसनपुर, सिवालखास, हस्तिनापुर, मेरठ, मेरठ साउथ, लोनी, मुरादनगर, गढ़मुक्तेश्वर, जेवर, सिकंदराबाद, अनूपशहर, शिकारपुर, अलीगढ़, गोवर्धन, फतेहपुर सीकरी, बाह, सहसवान, शेखूपुर, दातागंज, मीरगंज, भोजीपुरा, बरेली कैंट, आंवला और ददरौल हैं.

दरअसल सपा और कांग्रेस दोनों का यूपी में एक ही वोट बैंक है या यूं कहें कि दोनों एक जैसे वोट बैंक पर ही डोरे डालती हैं. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा की कांग्रेस वोट बांटने में कामयाब होती है या सपा उसकी रणनीति नाकाम कर देती है.

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