डेटा सेंटर पर निवेश तो जातीय जनगणना से दूरी क्यों, अखिलेश यादव का सीएम योगी पर हमला
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समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच शुक्रवार को भी विधानसभा के अंदर वार पलटवार देखने को मिला। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान सीएम योगी ने चाचा शिवपाल से लेकर लोहिया तक का नाम लेकर सपा प्रमुख पर निशाना साधा तो अखिलेश ने विधानसभा से बाहर आने पर योगी पर कई हमले किये।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी इस पक्ष में है कि जातीय जनगणना होनी चाहिए। कहा कि जब सरकार कह रही है हम डेटा सेंटर बनाएंगे। डेटा सेंटर के लिए निवेश कर रहे हैं तो सरकार जातीय जनगणना के लिए आगे क्यों नहीं आती है। कहा कि सरकार जातीय जनगणना करें।
अखिलेश ने कहा कि कितने किसानों को गन्ने का पैसा बकाया है, इसका आंकड़ा सरकार दे। इस सरकार में बिजली महंगी हो गई है, खाद महंगी और कोई भी इंतजाम मंडी का नहीं किया। गेहूं की खरीद में कहीं भी सरकारी खरीद नहीं हुई। सरकार बड़े-बड़े उद्योगपतियों से मिल गई है।
समाजवादी पार्टी इस पक्ष में है कि जातीय जनगणना होनी चाहिए, जब सरकार कह रही है हम डेटा सेंटर बनाएंगे, डेटा सेंटर के लिए निवेश कर रहे हैं तो सरकार आगे क्यों नहीं आती है कि जातीय जनगणना भी करें: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव pic.twitter.com/1beR40Bhi2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 27, 2022
ने कहा कि बीजेपी चाहती है कि असल मुद्दों पर बहस ना हो। आखिर बेरोजगारी कब दूर होगी? इतनी भर्तियां निरस्त हो गईं, जिनके पेपर लीक हुए, इस बहस पर नहीं जाना चाहते हैं। बहस के मुद्दे दूसरे बनाने की कोशिश होगी लेकिन हमारी और विपक्ष की कोशिश होगी कि सरकार को मुद्दे पर रखे।
इससे पहले विधानसभा में सीएम योगी ने कहा कि हम ढिंढोरा पीट-पीट कर यह नहीं कहते थे कि हमने मेट्रो चला दी, एक्सप्रेसवे बना दिया। जनता जानती थी कि कौन शिलान्यास कर रहा है और कौन उद्घाटन कर रहा है।
कौन राशन दे रहा है, कौन अपराधों को नियंत्रण कर रहा है। ये जनता जनार्दन जानती थी और इसलिए तमाम अफवाहों को दरकिनार करते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व पर विश्वास किया और सरकार को पुन: आने का अवसर दिया।