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UP MLC Election: इन जगहों पर सपा उम्मीदवारों ने अखिलेश को दिया झटका, वापस लिया नामांकन पत्र; भाजपा प्रत्याशियों की निर्विरोध जीत तय

यूपी के विधान परिषद में निकाय क्षेत्र की 36 सीटों के लिए हो रहे चुनाव के पहले चरण में बुधवार को हरदोई, बदायूं व मिर्जापुर-चित्रकूट सीट पर सपा उम्मीदवारों के नामांकन वापस ले लेने से भाजपा उम्मीदवारों की निर्विरोध जीत तय हो गयी है। जिलों से मिली रिपोर्ट के अनुसार एमएलसी चुनाव में हरदोई सीट से सपा प्रत्याशी रजीउद्दीन ने बुधवार को नामांकन पत्र वापस ले लिया। अब भाजपा प्रत्याशी अशोक अग्रवाल का निर्विरोध निर्वाचन का रास्ता साफ हो गया है।

बदायूं सीट पर सपा के प्रत्याशी सिनोद शाक्य ने एक दिन पहले ही अपना नाम वापस ले लिया था। इससे भाजपा प्रत्याशी वागीश पाठक के निर्विरोध एमएलसी बनने का रास्ता साफ हो गया है। मिर्जापुर-सोनभद्र सीट से सपा प्रत्याशी के नाम वापसी के बाद भाजपा प्रत्याशी श्याम नरायण सिंह उर्फ विनीत सिंह का निर्विरोध निर्वाचन तय हो गया है। वहीं गाजीपुर में भी सपा प्रत्याशी भोलानाथ शुक्ल समेत दो ने पर्चा वापस ले लिया है। गाजीपुर में भाजपा प्रत्याशी समेत दो ही मैदान में हैं।

बुलंदशहर सीट पर भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र भाटी का भी निर्विरोध निर्वाचन तय

मेरठ-गाजियाबाद सीट पर भाजपा के धर्मेंद्र भारद्वाज और रालोद के सुनील कुमार रोहटा समेत कुल छह प्रत्याशी मैदान में हैं। बुलंदशहर-गौतमबुद्धनगर सीट इस बार कुछ खास बन गई है। 2016 में सपा प्रत्याशी के तौर पर नरेंद्र भाटी ने चुनाव जीता था। इस बार भाजपा प्रत्याशी के तौर पर नरेंद्र भाटी निर्विरोध एमएलसी बनने जा रहे हैं। सहारनपुर में भाजपा और सपा प्रत्याशियों समेत पांच प्रत्याशी मैदान में हैं। मंगलवार को सभी पांच प्रत्याशियों के नामांकन पत्र जांच में वैध पाए गए। गुरुवार को प्रत्याशियों के नामांकन वापसी के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।

एटा मामले में आयोग के पत्र का जिला प्रशासन ने भेजा जवाब

एटा मे सपा के प्रमुख नेताओं की ओर से लखनऊ में निर्वाचन आयोग में हुई शिकायत के बाद जिला प्रशासन से जवाब मांगा गया है। आयोग के पत्र का जवाब भेज दिया गया है। वहीं तथ्य भेजे गए है जो नामांकन पत्र में गलत थे। रिपोर्ट में बताया गया है कि सपा प्रत्याशियों के पर्चों में क्या कमी थी। नामांकन के पहले दिन जो शपथपत्र दिया था उसमें तो सीधे-सीधे विधानसभा चुनाव के प्रारूप पर नामांकन पत्र भरकर दे दिया था।

सपा प्रत्याशी उदयवीर सिंह और राकेश यादव की ओर से सोमवार और मंगलवार को जो नामांकन पत्र दिए गए उसमें भी भारी कमी थी। शपथपत्र पर आपराधिक इतिहास के बारे में भी ब्योरा नहीं दिया गया था। शपथपत्र कहां बना था उसका स्थान और तारीख भी नहीं लिखी थी। ऐसे में अगर समय रहते भी सपा की ओर से नामांकन पत्र दाखिल कर दिए जाते तो भी नामांकन पत्र खारिज होने की पूरी संभावना थी। लगातार शपथपत्र में हुई गलतियों को लेकर जनपद में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। गुरुवार को नाम वापसी का अन्तिम दिन है। नाम वापसी के बाद भाजपा के दोनों प्रत्याशियों आशीष यादव और ओमप्रकाश सिंह को निर्विरोध एमएलसी घोषित कर उन्हें प्रमाणपत्र प्रदान कर दिया जाएगा।

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