UP MLC Election: हंगामे और विवाद के बीच भाजपा के तीन एमएलसी निर्विरोध बनने तय
उत्तर प्रदेश भर में हंगामे और विवाद के बीच एमएलसी चुनाव के स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन में भाजपा के तीन एमएलसी निर्विरोध बनने तय हो गए हैं। एटा-मथुरा-मैनपुरी की दो सीटों पर सपा प्रत्याशियों से मारपीट व पर्चे खारिज होने से केवल दो भाजपा प्रत्याशी ही मैदान में बचे, जबकि बुलंदशहर-गौतमबुद्धनगर सीट पर भी भाजपा प्रत्याशी ही रह गए हैं। इसके अलावा आगरा-फिरोजाबाद, मेरठ, सहारनपुर, बस्ती और देवरिया सीट पर भी दिन भर गहमागहमी रही। बुधवार को नाम वापसी का दिन है।
एटा में नाटकीय घटनाक्रम के बाद एटा-मथुरा-मैनपुरी की दो सीटों से सपा के एमएलसी प्रत्याशियों सहित तीन के पर्चे खारिज हो गए। रिटर्निंग अफसर ने सपा प्रत्याशियों के शपथ पत्र गलत प्रारूप में भरने का कारण बताते हुए इसे खारिज किया है। इसके अलावा सुभासपा प्रत्याशी का पर्चा भी खारिज हो गया। अब भाजपा प्रत्याशियों ओमप्रकाश सिंह और आशीष यादव उर्फ आशू का एमएलसी चुना जाना तय हो गया है। उधर बुलंदशहर में रालोद प्रत्याशी सुनीता शर्मा ने अपना पर्चा वापस ले लिया, जबकि दो निर्दलीय प्रत्याशियों के पर्चे निरस्त कर दिए गए। इसके बाद भाजपा प्रत्याशी नरेन्द्र भाटी का निर्विरोध एमएलसी बनना तय हो गया है। वे 2017 में समाजवादी पार्टी से एमएलसी थे।
वहीं आगरा-फिरोजाबाद सीट पर भाजपा और सपा समेत छह प्रत्याशियों के बीच मुकाबला होना है। मेरठ में आठ निर्दलीय प्रत्याशियों का नामांकन निरस्त करने के बाद अब भाजपा-सपा समेत छह प्रत्याशी मैदान में है। उधर सहारनपुर में भाजपा और सपा समेत पांचों नामांकन पत्र सही पाए गए। यहां बुधवार को नाम वापसी के बाद तस्वीर साफ होगी। बस्ती में भाजपा, सपा सहित तीन उम्मीदवारों के पर्चे दाखिल हुए हैं। बस्ती सीट पर भाजपा से भाजयुमो के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष यदुवंश प्रत्याशी हैं। देवरिया सीट पर भाजपा ने पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष डॉ.रतन पाल सिंह को उम्मीदवार बनाया है, जबकि सपा ने ऑक्सीजन कांड से चर्चित हुए डॉ.कफील पर दांव लगाया है।
एटा में सपा प्रत्याशी पर हमला करने वालों पर मुकदमा
एटा-मथुरा-मैनपुरी की एक सीट से सपा प्रत्याशी उदयवीर सिंह पर हमला करने में एटा के थाना बागवाला प्रभारी फूलसिंह ने धारा 147, 427, 506 के तहत 20 अज्ञात आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कराया है। इस मामले की विवेचना दरोगा दयाशंकर को सौंपी गई है।