UP Chunav 2022: मुलायम के समधी ने खाई कसम, बोले- अखिलेश यादव को दूसरी बार CM नहीं बनने देंगे?
फिरोजाबाद. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के गढ़ फिरोजाबाद (Firozabad) की सिरसागंज सीट से मुलायम सिंह यादव (Mulyam Singh Yadav) के समधी हरिओम यादव बीजेपी (BJP) के टिकट पर ताल ठोक रहे हैं. सपा से बगावत कर बीजेपी में शामिल हुए हरिओम यादव कसम खा रहे हैं कि इस इलाके से सपा का सूपड़ा साफ कर देंगे.
हरिओम कसम खाते हैं की अखिलेश यादव को दूसरी बार सीएम नहीं बनने देंगे. फिरोजाबाद की सिरसागंज की सीट से सपा के विधायक रहे हरिओम यादव अब बीजेपी के हो गए हैं और गांववालों से कमल के फूल पर वोट देने की अपील कर रहे हैं.
हरिओम कई बार के विधायक हैं और मुलायम के समधी भी. मुलायम के बड़े भाई रतन यादव के बेटेरणवीर यादव से उनके भतीजी की शादी हुई है. रणवीर सिंह की मृत्यु के बाद उनकी याद में ही सैफई महोत्सव मनाया जाता था. इस तरह से रिश्ते में हरिओम-मुलायम के समधी लगते हैं. अब समधी ही फिरोजाबाद की सभी 6 अन्य सीटों पर कमल खिलाने का दावा कर रहे हैं.
अखिलेश और रामगोपाल पसंद नहीं
सपा से राजनीति की शुरुआत करने वाले हरिओम का इस इलाके में दखल है और न सिर्फ वो कई बार विधायक बने बल्कि उनके बेटे भी जिला पंचायत के अध्यक्ष बने. जिला पंचायत के पिछले चुनाव में हरिओम पर बीजेपी की मदद करने का आरोप लगा और सपा ने उनको पार्टी से निकाल दिया. हरिओम मुलायम के करीबी थे, लेकिन पिछले कई सालों से उनकी अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव से नहीं बन रही थी. इस बीच हरिओम ने शिवपाल का दामन थाम लिया था.
सपा के गढ़ में बीजेपी ने की सेंधमारी
शिवपाल के सपा से समझौता होने के बीच हरिओम बीजेपी में शामिल हो गए और अब बीजेपी ने उनको टिकट देकर सपा के गढ़ में ही उसको मात देने की रणनीति बनाई है. हरिओम भी बीजेपी के लक्ष्य को जोर शोर से दोहराते हैं और कहते हैं की अखिलेश अब दोबारा यूपी के सीएम नहीं बन पाएंगे. सैफई के इर्द गिर्द के जिलों में कभी सपा की तूती बोलती थी.
लेकिन बीजेपी ने 2014 से सपा के गढ़ में जो सेंध लगाई वो लगातार बढ़ती ही जा रही है. इटावा और फिरोजाबाद में बीजेपी सेंध लगा चुकी है और हरिओम यादव जैसे रिश्तेदारों को साधकर बीजेपी इस इलाके में सपा को कड़ी चुनौती दे रही है.