UP Chunav: अनुप्रिया का बड़ी बहन पल्लवी पर हमला, बोलीं- पिता के सिद्धांतों की ‘ऐसी की तैसी कर दी’
कौशांबी. अपना दल एस की प्रमुख अनुप्रिया पटेल (Anupriya Patel) ने एक बार फिर अपनी मां को लेकर अपनी मंशा साफ कर दी है. उन्होंने कहा कि मां के खिलाफ मेरी पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी. ऐसा इसलिए क्योंकि अनुप्रिया आज जहां भी हैं वह अपनी माता-पिता की बदौलत हैं.
उन्होंने कहा कि पल्लवी मेरी बड़ी बहन है. एनडीए गठबंधन के खिलाफ पल्लवी खड़ी हैं. मैं उनके खिलाफ चुनाव लड़ रही हूं. उन्होंने पल्लवी को लेकर कहा कि उन्होंने पिता के सिद्धांतों की ऐसी की तैसी कर दी.
अनुप्रिया पटेल ने कहा कि 2009 से पहले हम चारों बहनों ने राजनीति में कदम नहीं रखा था. 2009 में अपने पिता के संघर्षों को आगे बढ़ाना है. मैं संकल्प लेती हूं कि पिता के सपनों को मरने नहीं दूंगी. आप लोगों ने मुझ पर भरोसा कर एक बेटी से नेता बना दिया. 13 वर्षों तक भरोसा किया है.
अनुप्रिया को भारत की शख्सियत आपने बनाया है. हमें उन लोगों के भरोसे को कायम रखना है.अनुप्रिया ने कहा कि डॉ सोनेलाल पटेल का संघर्ष को खत्म नहीं होने दिया जाएगा. किसी दूसरे दल के नेता के पैरों के नीचे रखने वाली बेटी का चुनाव करना है या सोनेलाल पटेल के विचारों को आगे बढ़ाने वाली बेटी को चुनना है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय, नवोदय विद्यालय में पिछड़ों के बच्चों को जो एडमिशन मिल रहा है उसे अपना दल ने लागू कराया.
पल्लवी ने ताक पर रख दी पिता की विचारधारा
सपा को आड़े हाथों लेते हुए अनुप्रिया पटेल ने कहा कि सपा पिछड़ों की नुमाइंदगी करने ढोंग करती है. यह मेरा दुर्भाग्य है कि मेरी बड़ी बहन सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. सोनेलाल पटेल अपने सम्मान के साथ समझौता नहीं किया.
पल्लवी को पिता की विचारधाओं से कोई लेना देना नहीं हैं. सोनेलाल पटेल ने सामन्तवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी, इसलिए प्रतापगढ़ के मेडिकल कालेज का नाम डॉ सोनेलाल पटेल के नाम हो पीएम मोदी से मांग की गई. सपा के लिए अपना दल आंख की किरकिरी है.
सियासी मोहरा बन गई मेरी बहन
अनुप्रिया ने कहा कि मेरी बड़ी बहन अब मोहरा बन गई हैं. पिता की सारी संपत्ति को अपने नाम पर वसीयत करा ली. जब वह आपके पास आएं तो पूछ लीजिए. 2014 में मेरी बहन ने झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया, ताकि सदस्यता रद्द हो जाए. जो परिवार में बिखराव करा रहीं वो आपकी रक्षा क्या करेंगी. 27 को ईवीएम की बटन दबाने से पहले सोच लीजिएगा कि केशव नहीं, अनुप्रिया पटेल चुनाव लड़ रही हैं. उन्होंने बड़ी बहन पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने पिता के सिद्धांतों की ऐसी की तैसी कर दी.