Maharashra Political Crisis: महाराष्ट्र सरकार पर आए राजनीतिक संकट के बीच कांग्रेस में भी बगावत के आसार, डैमेज कंट्रोल में जुटे कमलनाथ, जानें- क्या कहा
नई दिल्ली। Maharashra Political Crisis : महाराष्ट्र सरकार पर आए राजनीतिक संकट के बीच कांग्रेस में भी बगावत के आसार दिखाई दे रहे है। बताया जा रहा है शिवसेना के बाद कुछ कांग्रेस के विधायक भी बागी हो सकते है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ को मुंबई भेजने का निर्णय किया है। पार्टी ने उन्हें महाराष्ट्र का पर्यवेक्षक बनाया है। वह महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति पर कांग्रेस और अन्य दलों के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष को देंगे।
मुंबई पहुंचने पर कमलनाथ ने कहा कि आज देश में सौदे की राजनीति हो रही है। मध्यप्रदेश का उदाहरण आप जानते हैं। ये राजनीति हमारे संविधान के विपरीत है और भविष्य के लिए खतरे की बात है। शिवसेना को खुद तय करना है कि वे अपने विधायकों से कैसे बात करेंगे। कांग्रेस के विधायक बिकाऊ नहीं हैं।
महाराष्ट्र सरकार पर संकट को देखते हुए सोनिया गांधी ने कमल नाथ से चर्चा की और फिर उन्हें पार्टी की ओर से महाराष्ट्र का पर्यवेक्षक नियुक्त किया। सूत्रों के मुताबिक, कमल नाथ मुंबई पहुंच गए है। पार्टी नेताओं से पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेंगे। इसके बाद राकांपा के अध्यक्ष शरद पवार से भी चर्चा करेंगे।
इस बीच, महाराष्ट्र सरकार में शामिल कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि उसके सभी 44 एमएलए विधायक दल के नेता और राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट के संपर्क में हैं। इससे पहले रिपोर्ट आई थी कि कांग्रेस के कुछ विधायक विधान परिषद चुनाव के बाद पहुंच से दूर थे। कांग्रेस ने उन खबरों का भी खंडन किया है, जिसके अनुसार थोराट ने विधायक दल के नेता का पद छोड़ दिया है। पार्टी ने इस खबर को ‘शरारतपूर्ण और झूठा’ करार दिया।
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा है कि महा विकास अघाड़ी सरकार पर कोई खतरा नहीं है। नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए पटोले ने कहा कि भाजपा देश में जिस तरह की राजनीति कर रही है, महाराष्ट्र का संकट उसी का हिस्सा है।
एक सप्ताह से थी उथल-पुथल
महाराष्ट्र सरकार में शामिल कांग्रेस के एक मंत्री ने दावा किया है कि शिवसेना में एक सप्ताह से उथल-पुथल चल रही थी। कांग्रेस के मंत्री ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि एकनाथ शिंदे उप मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। बहरहाल, राकांपा नेता एवं राज्य के मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि सरकार को कोई खतरा नहीं है।