लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा, विधान परिषद तथा राज्यसभा चुनाव के बाद लोकसभा उप चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के विजय अभियान जारी है। भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी के गढ़ में बड़ी सेंध लगाकर लोकसभा उप चुनाव में शानदार जीत दर्ज की।
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खां के गढ़ रामपुर में भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा उप चुनाव में तस्वीर बदल दी। आजम खां के इस्तीफा देने के बाद से खाली रामपुर सीट पर भाजपा ने घनश्याम सिंह लोधी ने जीत दर्ज की। उन्होंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां के करीबी समाजवादी पार्टी रामपुर के नगर अध्यक्ष आसिम राजा को 42192 मत से पराजित किया। घनश्याम सिंह लोधी को 367397 और आसिम राजा को 325205 मत मिले। यहां पर 33 राउंड चली मतगणना के बाद भाजपा प्रत्याशी घनश्याम सिंह लोधी की जीत हो गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला अधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने नवनिर्वाचित सांसद घनश्याम सिंह लोधी को जीत का प्रमाण पत्र भी दे दिया।
आसिम राजा रामपुर में बीते दस वर्ष से समाजवादी पार्टी के नगर अध्यक्ष हैं। घनश्याम सिंह लोधी भी फरवरी में समाजवादी पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए और भाजपा ने उनको लोकसभा के चुनाव में उतार दिया। वह पहले भी दो बार लोकसभा का चुनाव लड़े थे, जबकि आसिम राजा का यह पहला बड़ा चुनाव था। रामपुर में भाजपाने शानदार जीत दर्ज की है। भगवा पार्टी ने आजम खां के गढ़ में समाजवादी पार्टी को पटखनी दी है।
रामपुर से 2019 में आजम खां ने भाजपा की जयाप्रदा को हराकर जीत दर्ज की थी, जबकि 2014 में यहां से भाजपा के नेपाल सिंह सांसद बने थे। घनश्याम सिंह लोधी की जीत को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष ने ट्वीट भी किया है। उन्होंने लिखा कि घनश्याम सिंह लोधी के 37797 वोट से जीतने पर भाजपा के विकास का कार्य प्रदर्शित हो गया है।
आजमगढ़ का ताज निरहुआ के पास :
भोजपुरी गायक तथा अभिनेता दिनेश लाल यादव निरहुआ ने 2019 में आजमगढ़ लोकसभा चुनाव में हार की कमी को पूरा कर लिया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के इस्तीफा देने के बाद से खाली सीट पर हुए उप चुनाव में निरहुआ ने पूर्व सांसद समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी धर्मेन्द्र यादव को 8595 वोट से हरा दिया। उत्तर प्रदेश में इसके साथ ही रामपुर के बाद आजमगढ़ में भी समाजवादी पार्टी का किला ढह गया। भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव को कुल 312432 तथा धर्मेन्द्र यादव को 303837 वोट मिले। बसपा के शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने 2,66,106 वोट हासिल किया। यहां पर शुरूआती रुझानों में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिला। यहां पर कभी भाजपा के प्रत्याशी निरहुआ आगे रहे तो कभी धर्मेन्द्र यादव आगे निकले थे। कर्स चक्र की गिनती में तो शाह आलम भी दूसरे स्थान पर आए।
आजमगढ़ की पांचों विधानसभा में कुल 18,38,930 वोटों में 49.48 फीसद पर मतदाताओं ने अपने वोट का प्रयोग किया है। रामपुर में 40 प्रतिशत मतदान हुआ था। मतदान के साथ ही 19 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद हो गई थी। रामपुर लोकसभा क्षेत्र में छह प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। आजमगढ़ में एक महिला सहित 13 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहें हैं। आजमगढ़ लोकसभा सीट से सपा के धर्मेंद्र यादव चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा ने यहां भोजपुरी फिल्मों के अभिनेता दिनेश लाल यादव निरहुआ को मैदान में उतारा है। बसपा ने शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को टिकट दिया है। वहीं, रामपुर में सपा के नगर अध्यक्ष आसिम रजा व भाजपा के घनश्याम लोधी मुख्य रूप से चुनाव मैदान में हैं।
2019 के चुनाव से दोनों जगह कम पड़े वोट :
यूं तो उपचुनाव में हमेशा ही कम मतदान होता है किंतु वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस उपचुनाव में दोनों ही सीटों पर बहुत कम मतदान हुआ। रामपुर में मुख्य चुनाव में 63.17 प्रतिशत मतदान हुआ था जबकि उपचुनाव में मात्र 40 प्रतिशत वोट ही पड़े। इसी प्रकार आजमगढ़ में मुख्य चुनाव में 57.44 प्रतिशत मतदान हुआ था जबकि उपचुनाव में 48.58 प्रतिशत ही मतदान हुआ।