रायबरेली में योगी ने पूछा- बुलेट ट्रेन चाहिए या पंचर साइकिल? कांग्रेस को कहा रावण-भक्त
रायबरेली. सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने रायबरेली में सपा और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कांग्रेस को रावण भक्तों की संज्ञा दी डाली. उन्होंने कहा कि कांग्रेस 55 साल से राम मंदिर नहीं बना सकी. आज भाई-बहन हाथ में पट्टी बांधकर खुद को राम भक्त बताने का प्रयास कर रहे हैं.
सपा के लोग कहते हैं कि वो भी राम मंदिर बना लेते. सपा के हाथ राम भक्तों के खून से सने रहते हैं, वो क्या राम मंदिर बनाएंगे. बहन जी तो बहुत व्यस्त रहती हैं उनके पास तो वक्त ही नहीं है. अब यूपी के लोग तय करें कि बुलेट ट्रेन चाहिए या पंचर साइकिल?
हरचंदपुर में आयोजित एक जनसभा में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना काल में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में बेहतरीन काम किया गया है. वैक्सीन के खिलाफ दुष्प्रचार हो रहा था, लेकिन आज साबित हो गया कि भारत की बनी वैक्सीन सबसे प्रभावी वैक्सीन है. किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया गया.
सपा और कांग्रेस यही काम करती है. भाई-बहन कोरोना काल में गायब थे. उत्तर प्रदेश में नहीं दिखे. राजस्थान में फेसे यूपी के बच्चों के लिए प्रदेश सरकार ने 500 बसें भेजी थीं.योगी आदित्यनाथ ने भाजपा प्रत्याशी की तारीफ करते हुए कहा कि कोरोना काल में दिनेश प्रताप सिंह और राकेश प्रताप सिंह ही आये होंगे. कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि केरल में ये लोग अमेठी को गाली देते हैं.
कश्मीर पर भारत की नीति का किसी ने विरोध नहीं किया पर राहुल ने संसद में इसका विरोध किया. ऐसे नमूनों को सरकार चलाने का हक़ नहीं होना चाहिए.
सपा सरकार पर आरोप लगाते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सपा सरकार में बिजली में भेदभाव होता था. प्रदेश की 25 करोड़ जनता का विकास हो या बड़े बड़े प्रोजेक्ट ये भाजपा की सरकार कर रही है.
डबल इंजन की सरकार है. मोदी और योगी जब एक साथ चलते हैं तो बुलेट ट्रेन चलती हैं. आपको बुलेट ट्रेन चाहिए या पंचर साइकिल. हम युवाओं की नौकरी में पारदर्शिता लाये हैं. युवाओं को टैबलेट और स्मार्ट फोन दिए जाएंगे. 10 मार्च के बाद दो करोड़ युवाओं को टैबलेट देंगे.
सीएम योगी ने चुनावी सभा में कहा कि वह पुरोहित कल्याण बोर्ड का गठन करेंगे. संस्कृत के अध्यापकों की तैनाती होगी. कांग्रेस के लोग संस्कृत या संस्कृति क्या जानें. ये लोग खुद को हिन्दू कहने में शर्माते हैं. ये लोग दंगे फसाद करते हैं. पांच साल में कही भी दंगे नहीं हुए. अब सबको पता है कि अगर दंगा हुआ तो उसके पोस्टर चपका दिए जाएंगे. माफिया पर बुलडोज़र चलवा दिए जाएंगे.