दुश्मन का दोस्त दुश्मन नहीं: केवल अखिलेश की टेंशन बढ़ाएंगे चंद्रशेखर, राजभर-स्वामी-जयंत को दी राहत, जानें कैसे
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh Chunav) में होने वाले विधानसभा चुनाव (UP Chunav 2022) से पहले अखिलेश यादव (Alhilesh Yadav) और चंद्रशेखर आजाद रावण (Chandrashekhar Azad Ravan News) के बीच बात बिगड़ गई है और अब समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और आजाद समाज पार्टी (Azad Samaj Party) के बीच गठबंधन नहीं होगा.
मंगलवार को खुद भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad Ravan) ने ऐलान किया कि समाजवादी पार्टी से उनका गठबंधन नहीं हुआ है और उनकी आजाद समाज पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ेगी. चंद्रशेखर आजाद ने अखिलेश यादव की जहां टेंशन बढ़ा दी है, वहीं उनके सहयोगियों शिवपाल यादव, जयंत चौधरी और ओपी राजभर को राहत दी है.
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि उनकी पार्टी समाजवादी पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ेगी, मगर ओपी राजभर, शिवपाल सिंह, स्वामी प्रसाद मौर्य और जयंत चौधरी के खिलाफ पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी.
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि आजाद समाज पार्टी उत्तर प्रदेश की सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, मगर ओपी राजभर, शिवपाल सिंह, स्वामी प्रसाद मौर्य और जयंत चौधरी के खिलाफ पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी. उन्होंने 33 सीटों पर उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर कहा कि अखिलेश यादव ने धोखा किया है. जनता तय करे एसी में बैठकर ट्वीट करने वाले नेता चाहिए या सड़क पर लड़ाई लड़ने वाले नेता.
उन्होंने कहा कि एक मजबूत विकल्प के लिए चुनाव लड़ेगी आजाद समाज पार्टी. खुद के चुनाव लड़ने के सवाल पर चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि पार्टी तय करेगी तो चुनाव लड़ेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने की तैयारी है, बाकी पार्टी तय करेगी कि वह कहां से चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी पूरी है. आजाद समाज पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता चुनावी रण में जाने के लिए तैयार है.
अखिलेश यादव का नाम लिए बगैर चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि पार्टी 33 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी और आगे और सीटों पर विचार किया जा सकता है. चंद्रशेखर ने कहा कि हमारी लिस्ट में 30 फीसदी दलित, 42 फीसदी ओबीसी, 5 फीसदी एसटी कैंडिडेट और बाकी पर अन्य अल्पसंख्यक लोगों को मौका दिया जाएगा.
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि उनकी पार्टी ओपी राजभर, स्वामी प्रसाद मौर्य और जयंत चौधरी के खिलाफ प्रत्याशी नहीं उतारेगी. दरअसल, चंद्रशेखर ने जिन सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया है, उनमें सिराथू, नोएडा, मेरठ कैंट, एत्मादपुर, गंगोह, हस्तिनापुर शामिल हैं. इसके अलावा चंद्रशेखर ने गोरखपुर सीट से भी प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है जहां योगी आदित्यनाथ मैदान में हैं.
बता दें कि पिछले दिनों चद्रशेखर और अखिलेश यादव की मुलाकात हुई थी. जिसके बाद दोनों दलों में गठबंधन पर सहमति बनी थी. लेकिन सोमवार को अखिलेश ने यह कहकर चंद्रशेखर पर निशाना साधा था कि वे किसी साजिश का शिकार हुए हैं. अखिलेश ने कहा था कि दो सीटों पर बात हुई थी, लेकिन वे पलट गए.
इस पर चंद्रशेखर ने बिना नाम लिए हुए कहा था कि जो बात से पलट जाता है उसे धोखा कहते हैं. मेरे साथ उनकी 25 सीटों को लेकर बात हुई थी. यूपी में अपनी पार्टी को मान्यता दिलाने के लिए 14 सीटों पर जीत या फिर 80 लाख वोटों की जरूरत होती है. इसलिए हमें कम से कम 30 सीटों पर लड़ने की जरूरत थी.
यूपी में कब-कब है वोटिंग
बता दें कि उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए सात चरणों में मतदान 10 फरवरी से शुरू होगा. उत्तर प्रदेश में अन्य चरणों में मतदान 14, 20, 23, 27 फरवरी, 3 और 7 मार्च को होगा. वहीं यूपी चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे. 2017 के चुनाव में बीजेपी ने यहां की 403 में से 325 सीटों पर जीत दर्ज की थी.
सपा और कांग्रेस ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. सपा ने 47 और कांग्रेस ने 7 सीटें ही जीती थीं. मायावती की बसपा 19 सीटें जीतने में कामयाब रही थी. वहीं 4 सीटों पर अन्य का कब्जा हुआ था.