पंजाब में सुनामी लेकिन यूपी में ‘वोट कटवा’ भी साबित नहीं हुई AAP, सभी 377 उम्मीदवारों की जमानत जब्त
नई दिल्ली. पंजाब में आम आदमी पार्टी की सुनामी में बड़े दल और अच्छे से अच्छे कद्दावर नेता बह गए. विधानसभा चुनावों के परिणाम में आम आदमी पार्टी ने पंजाब में जबर्दस्त जीत हासिल की है लेकिन पंजाब में 117 सीटों में से 92 पर कब्जा करने वाली आप की उत्तर प्रदेश में दाल नहीं गल पाई.
403 सीटों पर हो रहे यूपी के विधानसभा चुनावों में खाता खोलना तो दूर आम आदमी पार्टी अपनी जमानत भी नहीं बचा पाई है. आप के ज्यादातर उम्मीदवारों के 1 हजार से भी कम वोट होने के कारण ये पार्टी यूपी में ‘वोट कटवा’ की भूमिका भी नहीं निभा पाई.
आम आदमी पार्टी ने पंजाब में सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारने के साथ ही यूपी में भी 377 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे लेकिन चुनाव आयोग की ओर से जारी किए गए आंकड़े बताते हैं कि आम आदमी पार्टी के पूरे उम्मीदवार मिलकर भी पूरे वोट प्रतिशत का आधा प्रतिशत भी हासिल नहीं कर सके हैं. आम आदमी पार्टी को यूपी में सिर्फ 0.35 फीसदी ही वोट मिले हैं.
जबकि आम आदमी पार्टी से ज्यादा वोट फीसद तो नोटा के हिस्से में चला गया. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार नोट को 0.69 लोगों ने बटन दबाया.यूपी में आप की स्थिति की बात करें तो अधिकांश सीटों पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार 1000 वोट का भी आंकड़ा हासिल नहीं कर पाए. गौरतलब है कि चुनावों से पहले यूपी में शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर आम आदमी पार्टी ने यूपी की भाजपा सरकार पर तमाम सवाल उठाए थे और यूपी में सत्ता आने पर दिल्ली मॉडल लागू करने की बात कही थी.
हालांकि हालिया चुनावों में रिजल्ट के बाद यूपी में आम आदमी पार्टी को जमीन मिलती नहीं दिखाई दे रही है. यहां सीधा मुकाबला बीजेपी और सपा-रालोद गठबंधन के बीच में देखने को मिला था. हालांकि बीजेपी रुझानों में ही बहुमत के आंकड़े को पार कर चुकी थी.
पहले पर बीजेपी, दूसरे पर सपा और तीसरे पर रही बसपा
यूपी में बीजेपी का वोट शेयर सबसे ज्यादा और 41.6 फीसदी है. दूसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी रही. जिसे 32 फीसदी वोट मिले. वहीं सीटों के मामले में फिसड्डी लेकिन वोट प्रतिशत के मामले में तीसरी बड़ी पार्टी बनकर उभरी बसपा को 12.8 फीसदी वोट मिले. इसके साथ ही राष्ट्रीय लोक दल 8 सीटें हासिल करने के साथ ही 3.02 फीसदी वोट हासिल कर सकी.