गुजर बस्ती से हो तेरी खबर हमको ना हो पाए,मोहब्बत के मुसाफिर हैं तेरी खुशबू से वाकिफ है,(अनवर मुरादाबादी)
रिपोर्ट:मीनू बरकाती
पूरनपुर,पीलीभीत।उस्ताद शायर ज़माँ खां कौसर पूरनपुरी की याद में मास्टर फैय्याज खाँ ग्राम प्रधानपति के आवास पर एक शाम उर्दू के नाम से आयोजन किया गया।जिसकी सरपरस्ती प्रधानपति फैय्याज़ खाँ ने की।जिसकी सदारत हज़रत अल्लामा मुफ्ती वजाहत मियाँ शेरी पीलीभीत ने की व निज़ामत मास्टर अरशद खान शेरी अर्श पूरनपुरी ने की।यह आयोजन यादगारे उस्ताद शायर हाजी जुमॉ ख़ाँ कौसर की याद में मनाया गया।उनके नाम से एक पुरस्कार एजाज़े कौसर शाने पूरनपुर का भी आगाज किया गया।जिसे सबसे पहले उनके पुत्र नजमी खान को मुफ्ती वजाहत मियां, मुफ्ती साजिद हसनी,हाफिज नूर अहमद अज़हरी व शायर असलम शम्सी ने पुरस्कार भेट किया।आयोजन के शुभारंभ में ख़ुदा का शुक्र है बच्चे मिरे उर्दू से वाकिफ़ है “पर और ग़ैर तरही भी कलाम पेश किया। असलम नूरी ने पढ़ा ये जो उर्दू ज़बान है प्यारे इसकी भी अपनी है उड़ान है प्यारे।अरशद खां अर्श ने पढा,है गम बो मांगते नहीं अखबार उर्दू का है, उर्दू के मुदर्रिस वो उरूज से वाकिफ है।अनवर मुरादाबादी ने पढ़ा,गुजर बस्ती से हो तेरा खबर हमको ना हो पाए, मोहब्बत के मुसाफिर हैं तेरी खुशबू से वाकिफ हैं।शानू पूरनपुरी ने पढ़ा निभाती तल्ख बातों को भी नरमी से तो उर्दू, सभी तो शाम पूरजिया जुगनू से वाकिफ है। इस मौके पर प्रधान पति मास्टर फैय्याज खा ने पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया।
इस मौके पर मास्टर मो० फैय्याज खा़ं हाफ़िज़ नूर अहमद अज़हरी, मास्टर अरशद ख़ान शेरी अ़र्श,
मुफ्ती साजिद हसनी,मुफ्ती नूर मोहम्मद हसनी,हाफिज असलम नूरी,इरशाद खाँ,बबलू,शान, खुर्शीद कफ़गीर पीलीभीती, मौलाना समीर रज़ा बरेलवी, अनवर मुरादाबादी,फहर,वाहिद,अमीर,हाफिज अजमल नूरी, मास्टर मो० नूर खाँ,मास्टर इस्हाक,मास्टर हसन,मो० जफर , मास्टर जावेद अल्वी,मास्टर राजिक,प्रोफेसर डा० नदीम,गन्ना कृषक महाविद्यालय के प्रवक्ता मो० शाहिद ख़ाँ, रहबर पूरनपुरी , आदि मौजूद रहे।
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