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खेतों में किसान, सरकारी क्रय केंद्र पर बिचौलियों और राइस मिलरों का चढ़ रहा धान 

खेतों में किसान, औने पौने बिचौलियों मंडी में बेच रहे धान
पीलीभीतइन दिनों किसानों के खेतों मे विजी होने के बाद अब बिचौलिए सक्रिय हो गए हैं। ओने पौने दामों में खरीदा गया धान सरकारी क्रय केंद्रों पर चलाया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में लगे धान क्रय केंद्र सूने पड़े। इसके बावजूद खरीद का लक्ष्य तेजी से बढ़ रहा है। सरकारी क्रय केंद्र पर धान मानक में न होने की बात कह कर उन्हें बैरंग लौटाया गया। इसके चलते किसानों ने राइस मिल और औढ़तों पर औने पौने दामों में बेच दिया था। उसी समय किसानों से कागज लेकर धान सरकारी क्रय केंद्रों पर बेचकर एक्स्ट्रा मुनाफा देने का लालच दिया गया। लोगों का कहना है अब यही धान क्रय केंद्रों पर पहुंचाने की रणनीति बनाई जा रही है। बुधवार तक सेहरामऊ क्षेत्र के गांव नवदिया दुर्जनपुर में लगे क्रय केंद्र पर 4013 और मोहनपुर गोविंदपुर में 4402 कुंतल खरीद की गई। जबकि इन क्रय केंद्रों पर न तो किसान थे न ही खरीदा गया धान। मंडी में धान बिक्री के लिए नाम मात्र के किसान दिखाई पड़ते हैं। देहात क्षेत्र में शुरुआती दिनों से ही क्रय केंद्रों पर धान की आवक काफी कम रही है। इसके बावजूद सभी क्रय केंद्रों पर धान की खरीद की जा रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्रय केंद्रों पर किसान के न पहुंचने पर खरीद कहां से हो रही है। रोजाना शाम को कागजों में खरीद दर्शा कर बिचौलियों का धान खरीदा जा रहा है। 
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14 क्रय केंद्रों पर किसानों की गैरमौजूदगी में ताबड़तोड़ हुई धान खरीद
पीलीभीत। जिलेभर की मंडी और देहात क्षेत्र के अधिकतर के क्रय केंद्रों पर किसानो के न पहुंचने से सरकारी सेंटर सूने पड़े हैं। ऐसे में कुछ क्रय केंद्रों में धान खरीद लगातार दिखाई जा रही है। इनमें पूरनपुर सहकारी संघ लिमिटेड जेठापुर, उत्तर प्रदेश सहकारी जूट संघ फत्तेपुर, उत्तर प्रदेश सहकारी जूट संघ मुजफ्फरनगर, एसएसएस माधोटांडा मंडी पूरनपुर, पूरनपुर सहकारी संघ एट गैरतपुर जप्ती, घुंघचिहाई सहकारी संघ लिमिटेड एट महुआ गुंदे, एसकेबीएस लिमिटेड बारी बुझिया, सेहरामऊ नार्थ सहकारी संघ लिमिटेड कजरी निरंजनपुर, एस एस लिमिटेड एट नवदिया दुर्जनपुर, शिवनगर सहकारी संघ लिमिटेड निजामपुर, डीसीडीएफ गुड़ मंडी पंचम, एस के वी एस लिमिटेड पूरनपुर एट नरायनपुर, घुंघचिहाई सहकारी संघ लि. बुधेली सहित 14 क्रय केंद्र हैं। मिलीभगत के चलते राइस मिलों का धान इन्हीं के लिए केंद्रों पर चढ़ाया जा रहा है।
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डिप्टी आरएमओ और एडीएम के आदेश पर उठे सवाल
इस बार धान खरीद में जमकर लापरवाही बरती जा रही है। कागजों में संचालित होने वाले क्रय केंद्रों पर 300 प्रति कुंतल खरीद बढ़ाकर 600 कुंटल का आदेश जारी किया गया है। एडीएम और डिप्टी आरएमओ के इस आदाश पर सवालिया निशान उठ रहे हैं। जिला खाद्य विपणन अधिकारी की संस्तुति पर जिले भर में अलग-अलग क्रय केंद्र एजेंसयों के 27 क्रय केंद्रों पर दो कांटो से धान खरीद का आदेश जारी किया गया है। विक्रय केंद्रों पर पहले यह कौन कांटे पर 300 कुंटल धान खरीद तथा आप क्षेत्र कुंटल धान खरीद की जाएगी। इसमें पीसीयू एजेंसी के पूरनपुर क्षेत्र के गांव नवदिया दुर्जनपुर, जगतपुर, बुधेली, मोहनपुर, गोविंदपुर और यूपीएसएस के अभयपुर शाहगढ़, गुण मंडी, करनापुर में क्रय केंद्रों पर प्रतिदिन 600 कुंटल खरीद की जाएगी।।
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किसानों का सस्ते में खरीदे गए धान का ले रहे समर्थन मूल्य
जिलेभर में इन दिनों किसान खेतों में गेहूं और गन्ने की छिलाई में लगा हुआ है। इसके बावजूद क्रय केंद्रों पर धान खरीद मिलीभगत की पोल खोल रही है। धान खरीद में खेल शुरू होने पर बिचौलियों की मौज देखी जा रही है।  जब तक खेतों में धान था, तब तक धान खरीद का लक्ष्य काफी कम था अब खेतों में धान खत्म होने के बाद खरीद के लक्ष्य में काफी इजाफा हुआ है। जिम्मेदारों की खामोशी से ओने पौने दामों में खरीदे गए धान का समर्थन मूल्य लेकर सरकार को चूना लगाया जा रहा है। अक्टूबर माह में धान खरीद नाम मात्र की हुई थी। इस खरीद से लक्ष्य पूरा करना असंभव है। नवंबर माह में धान खरीद में उछाल आया है। ग्रामीण क्षेत्रों के अधिकतर क्रय केंद्र कागजों में संचालित हो रहे हैं। किसानों का कहना है कि मिलीभगत के चलते राइस मिलों का धान ही सेंटरो पर तोला जाएगा। इसी से सरकारी लक्ष्य पूरा होगा। आढ़तियों और राइस मिलर द्वारा सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य की जगह प्रति कुंतल तीन से चार सौ रुपये कम में धान खरीदा जा रहा है। बरसात के चलते खेतों में पानी भरा होने से अभी धान में नमी और टूटन होने पर रिजेक्ट होने से कई किसान समर्थन मूल्य का लाभ नहीं ले पाए। डीएम के निर्देश के बाद मंडी में धान की नीलामी प्रक्रिया भी शुरू हुई। कुछ दिन तक राइस मिलरों ने मंडी में पहुंचकर रिजेक्ट धान की नीलामी की, अब यह प्रकिया ठंडी पड़ गई है।

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