यह कैसा ओडीएफ गांव जहां गंदगी का लगा अंबार,नालियां गंदगी से बज बजा रही हैं। पीलीभीत जिलाधिकारी ने पंचायती राज विभाग को जांच कर कार्रवाई के दिये निर्देश
मीनू बरकाती
पूरनपुर,पीलीभीत।पूरनपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायत जादौपुर गहलुइया पर राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा लाखों रुपए आवंटित करने के बावजूद भी गली मोहल्ला व पंचायत मे साफ-सफाई नजर नही आ रही है।जबकि साफ सफाई के नाम पर लाखों रुपए आहरण कर लिया गया है।जादौपुर गहलुइया में मुख्य चौराहा सहित गांव मे गंदगी का अंबार लगा हुआ है।जबकि आए दिन पंचायत के जिम्मेदार इस मार्ग से आवागमन करते हैं लेकिन साफ-सफाई को लेकर गंभीर नहीं है। जिसका प्रमुख कारण कागज पर बनाए कार्य की राशि निकालकर बंदरबांट करने को माना जाता है। तभी नाली से लेकर मुख्य चौराहा सहि गांव के हर वार्डो में साफ सफाई के लिए ग्रामीण तरस जाते हैं।यहां के कई लोग गंदगी कचरा और अव्यवस्थाओं के बीच गुजर बसर करने को मजबूर है।क्योंकि गली मोहल्ला में गंन्दगी अंबार लगा हुआ है।लेकिन जिम्मेदार प्रधान व सचिव सफाई को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है।क्योंकि अधिकांश ग्रामीण गंदगी के चलते डायरिया मलेरिया बुखार बीमारी का शिकार हो रहे है।सबसे खास बात तो यह है कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत साफ सफाई के नाम पर इस पंचायत में लाखों रुपया आहरण करने की बात कही जा रही है।फिर भी गंदगी से भरा गली मोहल्ला देख जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा होता है कि आखिरकार राशि निकालने के बाद उक्त राशि की किस कार्य में खर्च किया जाता है।आपको बता दें जादौपुर गहलुइया ओडीएफ गांव है जिसमें सफाई के लिए लाखों रुपए की धनराशि मिलती है। लेकिन प्रधान व सचिव ने ओडीएफ की धनराशि को सफाई के नाम पर ठिकाने लगा दिए जबकि ग्राम पंचायत में हर जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है।गांव मे जगह जगह गंदगी से बज बजा रहा हैं।ग्रामीणो के अनुसार पंचायत मे पंचमवित व ओडीएफ के तहत लाखो रुपये आंबटन किया गया ताकि गांव में जरूरत के अनुसार साफ सफाई सहित विकास कार्य कराया जाए और इसके लिए प्रधान व सचिव से कई बार गांव की साफ सफाई कराने के लिए कहा गया लेकिन ध्यान नहीं दे रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया ओडीएफ के तहत साफ सफाई के लिए लाखों रुपए की धनराशि आयी लेकिन प्रधान और सचिव ने सफाई के नाम से धनराशि को गबन कर लिया। ग्रामीणों ने ओडीएफ के तहत हुए कार्यों की जांच कराकर कार्रवाई की मांग की।