Pilibhit

बिना पंजीकरण के चल रहे अस्पतालों पर होगी कार्रवाई, डीएम ने स्वास्थ्य विभाग को दिया आदेश

डीएम की अध्यक्षता में जिला टास्कफोर्स समिति बैठक सम्पन्न
पीलीभीत

पीलीभीत। प्रवीण कुमार लक्षकार की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक गोमती सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने जनपद में पंजीकृत अस्पतालों व गैर पंजीकृत अस्पतालों के बारे में जानकारी प्राप्त की और मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये गये कि गैर पंजीकृत संचालित अस्पतालों को बन्द कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अस्पतालों में कराये जा रहे प्रसवों की सूची प्रतिदिन उपलब्ध कराई जाये। बैठक के दौरान जिलाधिकारी द्वारा गोल्डन कार्ड के कार्य की प्रगति के सम्बन्ध में जानकारी ली, गोल्डन कार्ड की प्रगति कम पाए जाने पर नारागजी व्यक्त करते हुये लक्ष्य के सापेक्ष गोल्डन कार्ड निर्गत करने के निर्देश दिए। जननी सुरक्षा योजना के अन्तर्गत भुगतान के सम्बन्ध में जानकारी ली और अबशेष भुगतान कराने हेतु सम्बन्धित को निर्देश दिए। आयुष्मान भारत योजना के कार्डो की प्रगति जानी, लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति कम पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त की गई। बीसलपुर वीपीएम के द्वारा कार्य में प्रगति कम पाए जाने पर कार्यवाही करने के निर्देश दिये तथा आयुष्मान कार्ड में लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति निर्गत करने के निर्देश दिए। संस्थागत प्रसवों की समीक्षा के दौरान सम्बन्धित अधिकारियों को प्रसवों की संख्या में बढोत्तरी करने के निर्देश दिए गए और आये मरीजों की देखभाल ठीक तरह से कराना सुनिश्चित किया जाये किसी भी प्रकार की उनको दिक्कत न हो। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा की और उनके भुगतान के सम्बन्ध में जानकारी ली। समीक्षा के दौरान सब सेन्टरों की जानकारी प्राप्त करते हुये सम्बन्धित प्रभारी अधिकारियों को कडे निर्देश दिए कि सेन्टरों पर प्रसवों की संख्या में बढोत्तरी की जाये। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजन के सम्बन्ध में भी जानकारी ली। प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना के तहत दिये गये लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति कम पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये लक्ष्य के सापेक्ष पंजीकरण करने के निर्देश दिये गये। समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी द्वारा आशाओ के भुगतान के सम्बन्ध में जानकारी ली और सम्बन्धित प्रभारी चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये गये कि आशा का भुगतान समय से किया जाये। इसके साथ ही साथ जिलाधिकारी द्वारा एनआरसी के भर्ती मरीजों की संख्या जानी और कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया गया कि आंगनबाडी कार्यकत्रियों के माध्यम से कुपोषित अतिकुपोषित बच्चों को एनआरसी में भिजवाना सुनिश्चित करें। 
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला पंचायत राज अधिकारी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, वीपीएम समस्त एमओआईसी सहित अन्य डाॅक्टर उपस्थित रहे।

 

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