दीनी शिक्षा की सफलता के शिखर पर पहुंचने वाले सबसे कम उम्र के पहले छात्र बने मुफ्ती मुहम्मद आबिद रजा बरकाती अहसनी मिल रही है बधाईयां
रिपोर्ट:मीनू बरकाती
पीलीभीत।एशिया महादीप में चुनिंदा इदारों में शुमार है मरकज तरबियाते इफ्ता, उत्तर प्रदेश
ओझागंज (बस्ती) उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के ओझागंज स्थित इदारा मरकज तरबियाते इफ्ता एशिया के चुनिंदा इदारों (शैक्षणिक संस्थानों) में शामिल है। यहां केवल मुफ्ती कोर्स की ही पढ़ाई होती है। इस संस्थान में एडमिशन लेना कितना कठिन है इस बात का अंदाजा ऐसे लगाया जा सकता है कि सत्र- 2020-21 में पूरे भारत से केवल 5 ही छात्र चयनित हुए,जिसमें गोविंद नगर के छात्र मुफ्ती मुहम्मद आबिद रजा बरकाती अहसनी भी शामिल रहे।मुफ्ती मुहम्मद आबिद रजा बरकाती अहसनी को सबसे कम उम्र में दीनी शिक्षा की सफलता के शिखर पर पहुंचने का सौभाग्य हासिल हुआ।बीती रात में ओझागंज स्थित इदारे में कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुफ्ती साहब को डिग्री, उपहार, फूल-मालाओं से स्वागत और सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में दोस्त अहबाब ने पंहुचकर फूल माला डालकर मुबारकबाद दी।
मुफ्ती का मतलब
मुफ्ती एक विशेषज्ञ कानूनी होता है। जिसका धार्मिक मामलों पर निर्णय देने या सलाह देने का अधिकार होता है। मुफ्ती हज़रात के ही द्वारा फतवे जारी किए जाते हैं। फतवा एक राय है जो मुसलमान कई विषयों पर मांगते हैं….जैसे कि तलाक हो, नमाज और रोजा हो, संपत्ति के मुद्दे हो, सामान्य मुद्दे सहित आदि मामले जुड़े हुए होते हैं। एक लाइन में कहने का मतलब ये है कि मुफ्ती को ही दीन के फैसलों में दख़ल देने का अधिकार है।
मुफ्ती की पात्रता जो लोग (छात्र) किसी इस्लामिक मदरसा द्वारा प्रस्तावित ‘फाजिल कोर्स’ (पोस्ट ग्रेजुएशन) पास कर चुके हैं, वे दो साल की अवधि के मुफ्ती कोर्स के लिए पात्र होते हैं।
मुफ्ती मुहम्मद आबिद रजा बरकाती अहसनी की शैक्षणिक योग्यता लखीमपुर खीरी जिले के कस्बा गोविंद नगर निकट ईदगाह के निवासी मुस्ताक अहमद बरकाती के बेटे मुफ्ती मुहम्मद आबिद रजा बरकाती अहसनी शुरुआत से ही होनहार छात्र रहे हैं।पूरनपुर के अलरजा से नाज़रे से तालीम की शुरुआत की फिर यहां से ही महज 2 या 3 साल तक तालीम हासिल किया। यही कुछ समय तक मौलवी की शिक्षा भी हासिल की। इसके बाद देशभर में मशहूर कस्बा मारहरा स्थित मदरसे से आलमियत का कोर्स पूरा किया और यहां से ही फ़ाज़िल कोर्स पूरा करके डिग्री प्राप्त की। इसके बाद विश्व स्तरीय मुफ्ती का टेस्ट पास किया और ओझागंज स्थित इदारा मरकज तरबियाते इफ्ता में प्रवेश लेने की खुशनसीबी हासिल हुई। 2 साल के कोर्स मुफ्ती की पढ़ाई लगन से पूरी की और डिग्री प्राप्त की।