वीर सावरकर की जीवन पर पुस्तक का लोकार्पण हुआ

-
वीर सावरकर की जीवन पर पुस्तक का लोकार्पण हुआ
-
# अंग्रेजों ने सावरकर पर जो जुल्म किया, वह असहनीय था : अन्नपूर्णा देवी
नई दिल्ली , 01 अप्रैल(आरएनएस)। वीर सावरकर की जीवनी पुस्तक का लोकार्पण 11 तीन मूर्ति लेन नई दिल्ली
महिला व बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी के आवास पर आयोजन किया गया। भारत सरकार के द्वारा अपने इस आयोजन में बी डी राम सांसद, शिव शक्ति बख्शी पार्लियामेंट्री सचिव भाजपा एवम् संपादक कमल सन्देश, विकास प्रीतम झारखंड प्रदेश संजय सिन्हा लेखक सहित गणमान्य लोग थे।अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि वीर सावरकर ने भारत की आजादी में बहुत बड़ा योगदान दिया है।
उन्होंने यह भी कहा कि अंग्रेजों ने सावरकर पर जो जुल्म किया, वह असहनीय था। वीर सावरकर एक महान स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ, वकील, समाज सुधारक और हिंदुत्व दर्शन के सूत्रधार थे। उनका जन्म 28 मई 1883 को नासिक जिले के भागुर ग्राम में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव के सरकारी विद्यालय से प्राप्त की और बाद में फर्ग्यूसन कॉलेज में दाखिला लिया।
सावरकर ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह करने के लिए कई क्रांतिकारी गतिविधियों में भाग लिया। उन्हें काले पानी की सजा भी मिली, जिसमें उन्हें अंडमान निकोबार द्वीप समूह पर स्थित सेल्यूलर जेल में रखा गया था। सावरकर की जीवनी पुस्तक का लोकार्पण एक महत्वपूर्ण घटना है, जो उनके जीवन और कार्यों को याद करने का अवसर प्रदान करती है।