Maharajganj

तेंदुए की तलाश में तीन दिनों तक वन विभाग की टीम ने मरचहवां गाँव में डाले रहा डेरा

तेंदुए की तलाश में तीन दिनों तक वन विभाग की टीम ने मरचहवां गाँव में डाले रहा डेरा.

हिन्दमोर्चा न्यूज़ महराजगंज/ रतनपुर.

  • सोते-जागते सीने पर बैठे तेंदुआ का खौफ साधू साहनी के जेहन में बैठा, परिजनों की बढ़ी चिंता.
  • अड्डा बाजार में तेंदुआ दिखने से रामनगर क्षेत्र के ग्रामीणों ने ली राहत की सांस.

नौतनवां थाना क्षेत्र के रामनगर मरचहवां में बुधवार को आये तेंदुए का खौंफ लोगों के जेहन में घर कर गया है। मरचहवा निवासी साधू साहनी (58) वर्ष पुत्र राम दयाल के सीने पर बैठा तेंदुआ का खौफ बना हुआ है। खौफ इतना गहरा है कि इस डर से उभरने का नाम नहीं ले रहा है जिसके कारण साधू साहनी का सेहत गिरता जा रहा है। वहीं परिजनों के आगे चिंता बनी हुई है। साधू का कहना है तेंदुए के रूप में छाती पर मौत बैठा हुआ था। तेंदुआ भले ही जंगल में चला गया हो पर ग्रामीणों के जेहन से डर नहीं निकल रहा है। तेदुंए के हमले में हुए घायल भले ही ठीक ठाक हैं लेकिन उनके जेहन में तेदुंए का खौफ घर कर गया है। तेदुंए की तलाश में वन विभाग की टीम ने बुधवार से लेकर शुक्रवार तक मरचहवा गाँव मे डेरा डाल कर बैठी रही लेकिन तेंदुआ नजर नही आया। शनिवार को जैसे ही अड्डा बाजार में तेंदुआ निकलने की खबर शोसल मीडिया पर वायरल हुई तो वन विभाग की टीम अड्डा बाजार के लिए रवाना हो गई। उधर ग्रामीणों ने भी राहत की सांस ली है।

  • सोते-जागते सीने पर बैठे तेंदुआ का खौफ जेहन में बैठा,परिजन हुए चिन्तित.

तेदुंए के हमले में घायल छह लोगों के अन्दर से तेंदुए का खौफ जाने का नाम नही ले रहा है। सोते जागते हर समय तेदुआ ही नजर आ रहा है। घायलों के सहमें होने से परिजनों की चिन्ता बढती जा रही है। साधू साहनी कहते हैं सोते जागते हर समय तेदुआ नजर आ रहा है। सीने पर बैठकर उसका दहाड़ना सोचकर झकझोर दे रहा है।

तेंदुए के खौंफ के सायें में ग्रामीण.

नौतनवां क्षेत्र के रामनगर टोला मरचहवा में बुधवार को जंगल से भटकर पहुंचे तेंदुए के तांडव को ग्रामीण नहीं भूल पा रहे हैं। तेंदुआ बुधवार को देर शाम शांत तो हो गया पर वन विभाग व पुलिस निगहबानी बनाते हुए गुरुवार को ड्रोन कैमरे से तलाश की पर तेंदुआ कहीं नहीं दिखा। वहीं ग्रामीणों की माने तो रामनगर के पूरब पोखरी पर पानी पीने व मल-मूत्र भी करने के सूराग है। वहीं पोखरी के किनारे तेंदुए के पदचिन्ह भी दिखे। उसके बाद कोई सुराग नहीं है। जबकि यहां से जंगल की दूरी करीब 8 किमी की है। शुक्रवार को भी वन विभाग गांव में पूरे मुस्तैदी में सुरक्षा गस्त पर रही।

रामनगर टोला मरचहवा के ग्रामीण अभिमन्यू साहनी, गुड्डू, आलम, सुकई, यशवन्त, बेलभद्दर, बबलू, ललकू, चन्द्रजीत, साहिद अली, वाजिद खान, शम्भू ,राजेन्द्र, राकेश, झकरी, कुण्डल, शीतबसन्त, पूर्णवासी, शेषमन, पत्थर आदि का कहना है कि भले ही गांव व सिवान में तेंदुआ नहीं है फिर भी रामनगर व आस पास के आधा दर्जन गांव की दिनचर्या बुधवार से ही बदल गयी थी। लेकिन अड्डा बाजार में तेंदुआ की खबर पाकर ग्रामीणों ने काफी राहत की सांस ली है।

तेंदुए के तलाश मे उत्तरी चौक रेंज के रेंजर रामबरन यादव, लक्ष्मीपुर रेंज के रेंजर के के गुप्ता, उत्तरी चौक रेंज के फारेस्टर जितेन्द्र गोड, अशोक पासवान, वाचर छोटेलाल आदि वन कर्मी तीन दिनों तक गाँव की सुरक्षा के लिए मरचहवा गाँव मे मुस्तैद रहे।

हिन्दमोर्चा टीम महराजगंज.

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