ग्रामीण क्षेत्र के सागौन पर लकड़ी माफियाओं की नजर, अंधाधुंध हो रहा कटान.

हिन्दमोर्चा न्यूज़ महराजगंज/पनियरा.
-
विभाग के सह पर परमिट की आड़ में चलता है खेल, परमिट से अधिक संख्या में काटे जाते हैं पेड़.
-
सूचना मिलने पर जिम्मेदार कार्यवाही के नाम करते है खानापूर्ति.
पर्यावरण को हरा-भरा बनाए रखना सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं में से एक है, जिसको वन माफिया पलीता लगा रहे हैं.
पर्यावरण को हरा भरा बनाए रखने के लिए सभी का योगदान जरूरी है। पर्यावरण संरक्षण के लिए विभागों द्वारा तरह तरह के गोष्टी का आयोजन किया जाता है। जिससे लोगों को जागरूक कर पेड़ों की सुरक्षा किया जा सके। जिससे पेड़ों से ईंधन व शुद्ध हवा मिल सके। लेकिन जागरूकता के बाद भी क्षेत्र में बेशकीमती हरे पेड़ों की कटान जोरो पर है।
वन विभाग ने जंगल के कटानों पर अंकुश तो लगाया। लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में अंकुश लगाने में असमर्थ रही है। यही वजह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में सागौन के हरे पेड़ों पर माफियाओं की नजर तेज हो गई। विभागीय सह पर लकड़ी माफिया परमिट से अधिक संख्या में अवैध पेड़ों की कटान करते है। जब कटान लोगो के संज्ञान में आता है, तो ठेकेदार दबंगई पर उतारू हो जाता है।
अभी तीन दिन पूर्व पनियरा क्षेत्र में एक जगह लकड़ी ठेकेदार द्वारा परमिट से अधिक संख्या में सागौन पेड़ों की कटान हो रही थी। एक व्यक्ति उस रास्ते से गुजर रहा था। तो देखा की भारी मात्रा में हरे सागौन के पेड़ों की कटान हो रही थी। जिसकी सूचना बाकी रेंज के रेंजर को दिया। रेंजर ने हल्का के बीट इंचार्ज को सूचना देकर जांच पड़ताल के लिए भेजा।
बीट इंचार्ज मौके पर पहुंच कर शिकायत कर्ता को फोन कर लकड़ी काटने वाली जगह पर बुलाया। शिकायतकर्ता जैसे ही उस जगह पहुंचा। वहा पहले से घात लगाए बैठे ठेकेदार ने हल्का इंचार्ज के सामने गली गलौज करते हुए हाथापाई करने लगा। बीट इंचार्ज मूकदर्शक बने रहे। माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद है, कि उन्हे विभाग का भी खौफ ही नही है। बाद में पनियरा पुलिस द्वारा उक्त ठेकेदार को 151 में चालान किया गया।
हिन्दमोर्चा टीम महराजगंज.